सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है जिसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में 34 मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म में वापसी की है. वायरल तस्वीर में सिर पर टोपी लगाये कई मुस्लिम बच्चे और वयस्क दिखाई दे रहे हैं. तस्वीर में भगवा कपड़े पहने एक संन्यासी भी लोगों के बीच खड़े दिखाई दे रहे हैं. इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर हज़ारों बार शेयर किया जा चुका है.
अरविंद केजरीवाल का एडिटेड पोस्टर भ्रामक दावे से वायरल
6 दिसंबर को उत्तर प्रदेश वक्फ़ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने इस्लाम त्याग कर हिंदू धर्म अपना लिया. इंडिया टुडे में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कुरान से कुछ आयतों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करने के बाद रिजवी को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी मिली थी.
रिपोर्ट में आगे लिखा है कि रिज़वी ने आरोप लगाया था कि इसके कुछ हिस्से हिंसा को प्रेरित करते हैं. कोर्ट ने उनकी अपील खारिज कर दी थी. इसी पृष्ठभूमि में यह तस्वीर वायरल हो रही है.
क्या वायरल तस्वीर में पीएम मोदी एक महिला से अपना मेकअप करा रहे हैं?
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने इसे शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "वसीम रिजवी जी के सनातन धर्म में घर वापसी के बाद मुस्लिमों को ज्ञान का अधिक बोध हो रहा है,और वो स्वेच्छा से घर वापसी कर रहे है. यूपी में 34 मुस्लिम परिवारों ने कि सनातन हिन्दू धर्म में वापसी."
ट्विटर पर भी ये तस्वीर इसी दावे के साथ वायरल है कि उत्तर प्रदेश में 34 मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म में वापसी की है.
फ़ैक्ट-चेक
बूम ने तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया और 24 सितंबर, 2016 को अमर उजाला में प्रकाशित एक रिपोर्ट में वही तस्वीर मिली. रिपोर्ट की हेडलाइन में लिखा है, "जामा मस्जिद पर लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे"
रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के मथुरा में मुस्लिम समुदाय के कई सदस्य 18 सितंबर, 2016 के उरी हमले के बाद पाकिस्तान की निंदा करने के लिए शाही जामा मस्जिद में इकट्ठा हुए थे. जम्मू और कश्मीर में भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर उरी हमलों के परिणामस्वरूप 19 सैनिकों की मौत हुई थी.
नहीं, वायरल तस्वीर में ब्रिटिश महिला के साथ जवाहरलाल नेहरु नहीं हैं
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मुस्लिम समुदाय के लोग शाही जामा मस्जिद में इकट्ठे हुए थे, जहां मस्जिद के इमाम मोहम्मद उमर कादरी और महामंडलेश्वर नवल गिरी ने भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे साथ में लगाये. इसी घटना का एक वीडियो 24 सितंबर, 2016 को अमर उजाला की वेबसाइट पर अपलोड किया गया था, जिसका हिंदी शीर्षक था 'वृंदावन जामा मस्जिद पर लोगों ने लगाए 'आतंकवाद मुर्दाबाद' के नारे.'
बूम को 24 सितंबर 2016 की एक फे़सबुक पोस्ट भी मिली जिसमें उसी तस्वीर को शेयर किया गया था, हालांकि पोस्ट में कोई कैप्शन नहीं था.