फैक्ट चेक

लंदन में एक street play की पुरानी तस्वीर अफ़ग़ानिस्तान से जोड़कर वायरल

वायरल तस्वीर में एक शख़्स बुर्का पहनी हुई कई महिलाओं को एक ज़ंजीर से बांधकर खड़ा दिख रहा है. दावा है कि तालिबानी लोग अफ़ग़ानी महिलाओं की बोली लगा रहे हैं.

By - Devesh Mishra | 19 Aug 2021 7:34 PM IST

लंदन में एक street play की पुरानी तस्वीर अफ़ग़ानिस्तान से जोड़कर वायरल

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर अफ़ग़ानिस्तान की महिलाओं और तालिबान से जोड़कर वायरल है. वायरल फ़ोटो में एक शख़्स ज़ंजीर से बंधी हुई कुछ बुर्कानशीं महिलाओं को पकड़े हुए दिखाई दे रहा है. तस्वीर को देखकर लग रहा है कि वो किसी भीड़भाड़ वाले बाज़ार का दृश्य है.

तस्वीर को शेयर करते हुए ये दावा किया जा रहा कि अफ़ग़ानिस्तान में तालिबानी लोग महिलाओं को गुलाम बनाकर बाज़ारों में उनकी बोली लगा रहे हैं.

क्या Viral video में तालिबान ने अफ़ग़ानी महिलाओं की बोली लगाई है?

ट्विटर पर Shefali Vaidya ने इस तस्वीर को तालिबान से जोड़ते हुए शेयर किया है. ट्वीट का कैप्शन है 'बिल्कुल तालिबानी शासन में महिलाओं को आज़ादी होगी, देखो इस महिला को पूरी आज़ादी है घूमने फिरने की लेकिन उतनी ही जितनी ये ज़ंजीर इसे इजाज़त दे'


फ़ेसबुक पर ये तस्वीर कई और कैप्शन के साथ शेयर की जा रही है लेकिन दावा यही है कि फ़ोटो अफ़ग़ानिस्तान से है. एक पोस्ट का कैप्शन है 'बॉलीवुड फिल्मों में दिखाया जाता हैं कि पठान कभी पीठ नही दिखाता..असलियत में पठान अपनी बेगम को बिकने के लिए छोड़ कर उसकी सलवार पहन कर भाग रहा हैं...!!

फ़िलिस्तीन में रोती हुई बच्ची की तस्वीर Afghanistan से जोड़कर वायरल


(पोस्ट यहाँ देखें)


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 फ़ैक्ट चेक

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिये हमने इसका रिवर्स इमेज सर्च किया तो पाया कि ये तस्वीर अभी की नहीं बल्कि साल 2014 की है. Aharam Canada नाम की एक वेबसाइट की एक ख़बर में इस तस्वीर का प्रयोग किया गया था. खबर के मुताबिक़ ये तस्वीर लंदन के एक स्ट्रीट प्ले यानि नुक्कड़ नाटक की है.


रिपोर्ट में लिखा है कि कई कुर्द कार्यकर्ताओं ने लंदन में ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स के सामने एक प्रदर्शन का आयोजन किया, जहां उन्होंने जंजीरों में जकड़ी महिलाओं को बेचने के लिए एक नक़ली बाजार खोला, ताकि लोगों को यह दिखाया जा सके कि इराक और सीरिया में ISIS अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में महिलाओं के साथ क्या कर रहा है.

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India Today की 14 February 2016 की एक वीडियो रिपोर्ट में में भी इस तस्वीर का उपयोग किया गया है. ये रिपोर्ट ISIS के इलाक़ों में महिलाओं की ग़ुलामी और उन्हें Sex slave बनाकर बेचने पर थी. इस रिपोर्ट के थम्बनेल में और वीडियो के एक हिस्से में चेन से बंधी महिलाओं और चेन पकड़े शख़्स को देखा जा सकता है. रिपोर्ट में कहा गया कि ये लंदन में कुर्द एक्टिविस्टों के एक स्ट्रीट प्ले का दृश्य है.


BBC की एक रिपोर्ट में भी इस स्ट्रीट प्ले का ज़िक्र था. रिपोर्ट में बताया गया कि Ari Murad नाम के एक कुर्द एक्टिविस्ट लंदन में अलग अलग जगहों पर इस तरह के नुक्कड़ नाटकों का आयोजन करते हैं. BBC ने Ari Murad के हवाले से लिखा कि वो इन नाटकों का आयोजन लोगों को जागरुक करने के लिये करते हैं. उन्होंने कहा कि वो दुनिया को ये दिखाना चाहते हैं कि ISIS के प्रभावित क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति कितनी ख़राब है.

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Ari Murad एक कुर्द एक्टिविस्ट हैं और लगातार मानवाधिकार के मुद्दों पर लिखते बोलते हैं. बूम ने Murad से भी इस वीडियो के संबंध में संपर्क किया जिन्होंने इसकी पुष्टि की.

फिल्म निर्माता अरी मुराद ने बूम को बताया, "यह कुर्द यज़ीदी महिलाओं के ISIS द्वारा अपहरण की वास्तविकता को दिखाने के लिए एक विरोध प्रदर्शन था."मुराद ने बूम को यह भी बताया कि यह तस्वीर लंदन के लीसेस्टर स्क्वायर में हुए विरोध प्रदर्शन की है.,हमें उनके फ़ेसबुक पेज पर भी नुक्कड़ नाटक का ये वीडियो मिला जिसे उन्होंने 1 March 2016 को अपलोड किया है. वीडियो का कैप्शन है 'ISIS sex slave marcket in London ( protest)'

Full View

बूम पहले भी इस स्ट्रीट प्ले के वायरल वीडियो का फ़ैक्ट चेक कर चुका है जिसे अफ़ग़ानिस्तान से जोड़कर वायरल किया जा रहा था. अफ़ग़ानिस्तान से जोड़कर वायरल किये जा रहे ढेर सारे वीडियो और फ़ोटो की सत्यता बूम स्थानीय पत्रकारों के नेटवर्क की मदद से जाँच रहा है. अगर आपको ऐसा कोई विडियो या फ़ोटो मिलता है तो बूम की हेल्पलाइन पर भेजें.


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