सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) के प्रमुख मोहन भागवत से जोड़कर एक बयान काफ़ी वायरल हो रहा है. जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अपने बयान में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तारीफ़ की है और उनको गंभीरता से लेने के लिए कहा है.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहा बयान फ़र्ज़ी है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बारे में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
गौरतलब है कि मोहन भागवत का यह कथित बयान बीते दिनों ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख डॉ. उमर अहमद इलियासी से हुई मुलाक़ात के बाद वायरल हो रहा है. इस मुलाक़ात के दौरान मोहन भागवत दिल्ली के आजादपुर स्थित मदरसे में भी गए थे. इस दौरान उमर अहमद इलियासी ने मोहन भागवत को राष्ट्रपिता भी बता दिया था.
नहीं, राहुल गांधी पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाली युवती से नहीं मिले
मोहन भागवत के नाम से वायरल हो रहे बयान को एक ग्राफ़िक्स के सहारे सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
वायरल ग्राफ़िक्स में मोहन भागवत की तस्वीर मौजूद है और साथ ही टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसमें लिखा हुआ है "राहुल गांधी भविष्य के नेता हैं, उनको ज्यादा मजाक में लेना मंहगा पड़ेगा उनके परिवार का इतिहास बताता है राहुल जी को हल्के में लेना सही नहीं होगा- मोहन जी भागवत".
इसी तरह के ग्राफ़िक्स से जुड़े कई पोस्ट्स फ़ेसबुक पर मौजूद हैं, जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे बयान की पड़ताल के लिए कीवर्ड सर्च के माध्यम से इससे जुड़ी न्यूज़ रिपोर्ट्स को ख़ोजना शुरू किया. इस दौरान हमने अलग अलग कीवर्ड और वायरल बयान में लिखे गए शब्दों के माध्यम से भी गूगल सर्च किया.
लेकिन हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें यह बयान शामिल हो. जबकि अमूमन यह देखा जाता है कि इस तरह के बयान जो मोहन भागवत और राहुल गांधी जैसे प्रमुख शख्सियतों के द्वारा दिए जाते हैं, वे न्यूज़ वेबसाइट, न्यूज़ पेपर और टीवी की सुर्ख़ियाँ ज़रूर बनते हैं.
किसी भी न्यूज़ वेबसाइट या टीवी चैनल पर इस बयान से जुड़े रिपोर्ट का नहीं रहना, इस बयान के फ़र्ज़ी होने की पूरी तस्दीक कर रही थी.
हालांकि हमने अपनी जांच को और पुख्ता बनाने के लिए आरएसएस के प्रचार विभाग के प्रमुख सुनील अम्बेकर से भी संपर्क किया है. उनका जवाब आने पर स्टोरी को जल्द अपडेट किया जाएगा.