सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का एक वीडियो सामने आया जिसमें वह कथित रूप से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष में 250 सैनिकों के शहीद होने की बात स्वीकारते नजर आ रहे हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से छेड़छाड़ की गई है. उपेंद्र द्विवेदी द्वारा 250 सैनिकों के जान गंवाने की बात स्वीकार करने की एआई जनरेटेड आवाज को उनके एक मूल भाषण में अलग से जोड़ा गया है.
भारत-पाकिस्तान तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाने वाली एआई से छेड़छाड़ कर तैयार की गई भ्रामक सूचनाओं की कड़ी में यह क्लिप भी शामिल है. बूम इससे पहले भी हालिया सीमा संघर्षों के मद्देनजर सैन्य अधिकारियों के फर्जी बयानों वाले ऐसे डीपफेक वीडियो का फैक्ट चेक कर चुका है. यहां और यहां देखें.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल
एक्स पर वायरल हो रहे करीब दो मिनट के इस वीडियो में 'इंडियन एक्सप्रेस' का वाटरमार्क मौजूद है. यूजर इस वीडियो को शेयर करते हुए अंग्रेजी में लिख रहे हैं, 'भारतीय सेना के प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष में 250 से अधिक सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकार की. उनका दावा है कि पाकिस्तान ने चीनी सैटेलाइट के माध्यम से हमारी गतिविधियों को ट्रैक किया.' (आर्काइव लिंक)
वीडियो में उपेंद्र द्विवेदी कारगिल युद्ध में भारत की जीत और अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाबी कार्रवाई के बारे में बोलते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन 55 सेकंड से 1:09 मिनट के बीच उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, "एलओसी पर भारतीय सेना को करीब 250 सैनिकों की शहादत के साथ भारी नुकसान हुआ और साथ ही हमारे संसाधनों की पूरी गतिविधि पाकिस्तानी और चीनी सैटलाइट द्वारा मॉनिटर की जा रही थी."
पड़ताल में हमें क्या मिला
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो में डिजिटल रूप से हेरफेर किया गया है. सेना प्रमुख के भाषण के वास्तविक फुटेज में एआई-जनरेटेड ऑडियो अलग से जोड़ा गया है.
मूल वीडियो में ऐसा कोई बयान नहीं है
बूम को द इंडियन एक्सप्रेस के यूट्यूब चैनल पर 26 जुलाई 2025 को अपलोड किया गया मूल वीडियो मिला, जिसमें कारगिल विजय दिवस समारोह के दौरान जनरल उपेंद्र द्विवेदी का भाषण मौजूद है. वीडियो के लगभग 1:13 मिनट पर उन्हें कारगिल युद्ध, फिर ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के बारे में बोलते हुए सुना जा सकता है. इसमें उनके भाषण का वह अंश दिखाई देता है जो वायरल वीडियो में भी मौजूद है लेकिन इसमें कहीं भी 250 सैनिकों के शहादत का कोई जिक्र नहीं है.
हमने 'द हिंदू' के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया इस भाषण का लाइव वीडियो भी देखा. यहां भी हमें 3:55 मिनट पर भाषण का वह अंश दिखा लेकिन इसमें भी कहीं शहादतों का कोई जिक्र नहीं था. इससे साफ था कि वायरल वीडियो वाले वर्जन में छेड़छाड़ की गई है.
वीडियो में मौजूद है AI से हेरफेर के संकेत
वायरल वीडियो में 55 सेकंड से 1:09 मिनट के ऑडियो में जब सेना प्रमुख 250 सैनिकों के शहीद होने पर बयान देते हैं तब हमें स्पष्ट रूप से कई विसंगतियां दिखती हैं. इस दौरान उपेंद्र द्विवेदी के होठों के मूवमेंट में गड़बड़ी मालूम होती है जो इसके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनाए या एडिट किए जाने का संकेत है.
इसके अलावा वीडियो में कहीं-कहीं उनका बिना फ्रेम वाला चश्मा, चेहरे पर ब्लेंड होता हुआ नजर आता है.
Resemble.ai ने दिया ऑडियो क्लोनिंग का हिंट
हमने वायरल वीडियो के संबंधित टाइमफ्रेम से ऑडियो क्लिप निकालकर उसे AI-ऑडियो डिटेक्शन टूल Resemble.ai पर चेक किया. टूल ने इसके एआई जनित होने की संभावना जताई.


