सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला बस की ड्राइवर सीट पर बैठकर किसी व्यक्ति से बहस करती नज़र आ रही है. राजस्थान का बताकर शेयर किए गए इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि एक महिला बस में सीट नहीं मिलने पर ड्राइवर की सीट पर ही जाकर बैठ गई. इस पर ड्राइवर के आपत्ति जताने पर वो उसे किसी दूसरी सीट पर बैठकर बस चलाने के लिए कहती है. वीडियो को असल घटना के रूप में शेयर किया जा रहा है.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि वायरल हो रहा वीडियो किसी असल घटना का नहीं, बल्कि एक स्क्रिप्टेड ड्रामा है.
इस वीडियो को फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन दिया, “राजस्थान में एक महिला और उसकी बहू भीड़ भरी बस में चढ़ जाते हैं। सास को सीट मिल जाती है। बहू भी सीट की तलाश करती है, उसे ड्राइवर की सीट खाली दिखती है तो वो उस पर बैठ जाती है। जब ड्राइवर आता है और महिला से अपनी सीट खाली करने के लिए कहता है, तो वह उसे पीछे जाकर कहीं भी बैठने के लिए कहती है। जब वह कहता है, उसे बस चलानी है, तो वह उसे किसी अन्य सीट से बस चला लेने के लिए कहती है। उसकी सास भी उसका समर्थन करती है.. इस असली घटना का वीडियो देखिए.”
पोस्ट यहां देखें.
इसी दावे के साथ शेयर किये गए अन्य पोस्ट यहां और यहां देखें.
नहीं, इस तस्वीर में पीएम मोदी के बायीं ओर खड़ा व्यक्ति ठग किरण पटेल नहीं हैं
फ़ैक्ट चेक
बूम ने संबंधित कीवर्ड्स और वीडियो के कीफ़्रेम्स निकालकर सर्च किया तो इस वीडियो का एक लंबा वर्ज़न फ़ेसबुक पर जुलाई 2020 को अपलोड हुआ मिला.
क़रीब 5 मिनट के इस वीडियो के आख़िरी हिस्से में ड्राईवर के रूप में दिखने वाला व्यक्ति और ड्राईवर सीट पर बैठी महिला किसी दूसरे व्यक्ति के कहने पर फ़ोटो खिंचाते हुए नज़र आते हैं.
इससे हमें संदेह हुआ कि यह एक स्क्रिप्टेड वीडियो हो सकता है.
इसके बाद, हमने वीडियो को संबंधित कीवर्ड्स के साथ यूट्यूब पर खोजना शुरू किया तो एक यूट्यूब चैनल पर 6 मिनट 41 सेकंड का एक वीडियो मिला. इस वीडियो में महिला को बस में चढ़ते हुए दिखाया गया और वो सीट ढूंढने की कोशिश करती है. इस दौरान बस में मौजूद एक दूसरी महिला उसे बताती है कि केवल ड्राईवर सीट ही खाली है.
वीडियो के अगले हिस्से में ड्राईवर किसी चाय दुकान पर चाय पीते हुए नज़र आता है. थोड़ी देर में वो उठकर बस के क़रीब आता है. और फिर वीडियो में वही हिस्सा देखने को मिलता है जो वायरल वीडियो में हैं.
हमें वीडियो में ड्राईवर के साथ बहस से पहले का हिस्सा काफ़ी नाटकीय लगता है. वीडियो के बैकग्राउंड में बीच-बीच में बच्चों के हंसने जैसी फनी आवाज़ों का इस्तेमाल किया गया है.
इस वीडियो के टाइटल में दी गई जानकारी के आधार पर हमने खोजबीन आगे बढ़ाई तो HP MUSIC & VLOG नाम का यूट्यूब चैनल मिला.
इस चैनल को खंगालने पर हमें वायरल वीडियो में नज़र आने वाली महिला के अलग-अलग किरदारों में दूसरे वीडियोज़ भी मिले.
इस चैनल पर हमें अगस्त 2020 का एक वीडियो मिला, जिसमें उसी महिला को बस में जगह नहीं मिलने पर ड्राईवर की सीट में बैठते हुए देखा जा सकता है. इस वीडियो में भी ड्राईवर की सीट पर बैठने को लेकर महिला और ड्राईवर के बीच बहस होती है, और अंत में ड्राईवर महिला को बस से उतार देता है.
3 मार्च 2020 के एक अन्य वीडियो में वही महिला ड्राईवर से बस चलाना सिखाने की ज़िद करती हुई नज़र आती है. महिला जाकर ड्राईवर सीट पर बैठ जाती है, और ख़ुद से बस चलाने की जिद करती है.
हमने वायरल हो रहे वीडियो को इस चैनल पर खोजा लेकिन नहीं मिला. हालांकि, हमने इस चैनल पर मौजूद दूसरी वीडियोज़ और वायरल वीडियो में नज़र आने वाली महिला के बीच तुलनात्मक विश्लेषण किया है. नीचे देखें.
इस चैनल के अबाउट सेक्शन में बताया गया है कि इसका उद्देश्य केवल मनोरंजन वीडियो बनाना है.
चैनल के डिस्क्रिप्शन में स्पष्ट लिखा है, “यह 'हेमा प्रजापत' का आधिकारिक चैनल है, जहां आप क्षेत्रीय भाषा राजस्थानी में भरपूर मनोरंजन देखेंगे. हम हमेशा लोगों को हंसाना पसंद करते हैं. अगर हमारे द्वारा कही भी मज़ाक में जाति विशेष को कुछ बोल भी दे तो कृपया बुरा ना माने और ना ही दिल पे ले. सपोर्ट करते रहो, हंसते रहो.”
हमने अपनी जांच में यह भी पाया कि वायरल वीडियो में दिख रही महिला और उसे ड्राइवर की सीट पर बैठने के लिए कह रही महिला दूसरे वीडियो में भी साथ नज़र आ रही है. नीचे देखें.
अब तक की हमारी जांच से स्पष्ट हो जाता है कि वायरल वीडियो असल में एक स्क्रिप्टेड ड्रामा है. इसमें नज़र आने वाली महिला अन्य वीडियोज़ में भी दूसरे किरदार निभाते हुए नज़र आती है.
यूएई की शेख़ जायद मस्जिद में खड़े अमृतपाल सिंह की यह तस्वीर एडिटेड है