सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा संसद में दिए गए एक भाषण का वीडियो कुछ फ़ेसबुक पेजों द्वारा इस दावे से चलाया जा रहा है कि उन्होंने "अचानक हर नागरिक को 10 लाख रुपए देने का ऐलान कर दिया".
वायरल दावे के साथ मौजूद वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी संसद में भाषण देते हुए दिखाई दे रहे हैं. वे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सदस्यों को संबोधित करते और विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए भी नज़र आ रहे हैं. वीडियो के ऊपरी हिस्से में लोकसभा टीवी का पुराना लोगो भी मौजूद है और नीचे की तरफ़ अध्यक्ष के तौर पर सुमित्रा महाजन का नाम लिखा हुआ है. वहीं प्रधानमंत्री मोदी के पीछे दिवंगत भाजपा नेता अनंत कुमार और मौजूद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी बैठे हुए नज़र आ रहे हैं.
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कुछ फ़ेसबुक चैनलों ने इस वीडियो को वायरल दावे के साथ लाइव के रूप में चलाया है. वायरल दावे को ख़ास कैप्शन के साथ साझा किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक हर नागरिक को 10 लाख देने का ऐलान किया".
हालांकि बाद में इन फ़ेसबुक पेजों ने वीडियो को अपने अकाउंट से डिलीट कर दिया.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे दावे की पड़ताल के लिए उक्त लाइव वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो पाया कि उसमें तारीख के तौर पर 7.2.17 लिखा हुआ था. इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से यूट्यूब सर्च किया तो हमें भारतीय जनता पार्टी के अकाउंट से 7 फ़रवरी 2017 को अपलोड किया गया वीडियो मिला.
इस वीडियो में दिख रहे दृश्य वायरल वीडियो से मेल खा रहे थे, इसलिए हमने करीब 1 घंटे 28 मिनट के इस वीडियो को देखना शुरू किया. हमने पाया कि प्रधानमंत्री मोदी 7 फ़रवरी 2017 को तत्कालीन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान लोकसभा को संबोधित कर रहे थे. वायरल वीडियो की तरह इस वीडियो में भी दिवंगत भाजपा नेता अनंत कुमार और मौजूद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रधानमंत्री मोदी की सीट के पीछे बैठे हुए नज़र आ रहे थे.
हमने वीडियो को पूरा देखा लेकिन हमें प्रधानमंत्री मोदी ऐसा कोई ऐलान करते नहीं दिखे, जैसा दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इस दौरान हमने यह भी जानने आख़िर प्रधानमंत्री मोदी से जोड़कर यह 10 लाख वाला दावा क्यों वायरल हो रहा है. तो हमने पाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 7 नवंबर 2013 को छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक चुनावी जनसभा के दौरान कहा था कि अगर विदेशों में जमा भारत का सारा काला धन वाला वापस आ जाता है तो देश के हर एक ग़रीब आदमी को 15-20 लाख रुपए मिलेंगे.
हालांकि बाद में एक निजी टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में अमित शाह ने प्रधानमंत्री के उस बयान को राजनीतिक जुमला बताया था.