सोशल मीडिया पर बुर्का पहनकर महिला का भेष बनाए व्यक्ति का वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. जिसमें सुरक्षाकर्मी बुर्का के अन्दर छिपाकर मादक पदार्थ की तस्करी कर रहे व्यक्ति को पकड़ते दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो को भारत में इस झूठे साम्प्रदायिक दावे के साथ शेयर किए जा रहा कि व्यक्ति ने बुर्के के अन्दर बारूद छिपा रखा है और इसका इस्तेमाल ग़लत कार्यों के लिए कर रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो मार्च 2021 का बांग्लादेश का है, जहां बुर्का पहने व्यक्ति को मादक पदार्थ की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था.
दिपी भट्टाचार्य नाम की फे़सबुक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "जिस तरह से बुर्के का इस्तेमाल ग़लत कार्यों हो रहा है.... फातिमा के ' बुर्के ' में बारूद ?? बुर्का तत्काल प्रभाव बैन किया जाना चाहिए कि नहीं ???"
प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर भी कई यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "फ़ातिमा निकली आतंकवादी फ़ार्रूख़ अंसारी"
फै़क्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के कीफ्रेम से रिवर्स इमेज़ सर्च किया. हमें Smile Tv Bangla नाम के यूट्यूब चैनल पर मार्च 10, 2021 को अपलोड किया गया वायरल वीडियो का मूल वर्जन वाला वीडियो मिला. इसमें 01 मिनट 05 सेकण्ड से 01 मिनट 32 सेकण्ड के बीच वायरल वीडियो वाले हिस्से को देखा जा सकता है.
इस वीडियो का शीर्षक (बांग्ला से हिंदी अनुवादित) "गर्भवती अवस्था में मादक पदार्थ की तस्करी करते पुलिस कार्रवाई में दो कारोबारी गिरफ्तार, जेल भेजा गया" है.
इससे संकेत लेते हुए हमने सम्बंधित कीवर्ड्स के साथ बांग्ला में सर्च किया. हमें Cvoice24 नाम की बांग्ला न्यूज़ वेबसाइट पर मार्च 09, 2021 की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने चिटगोंग-राओज़ान में ऑटो-रिक्शा में बुर्का पहने महिला के भेष में बैठे दो लोगों को ड्रग्स की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया है. इस रिपोर्ट में एक तस्वीर भी है, जो वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे बुर्का पहनने वाले व्यक्ति से मेल खाती है.
रिपोर्ट में राओज़ान पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अब्दुल्ला अल हारून के हवाले से लिखा गया कि चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस सभी यात्रियों की तलाशी ले रही थी. पुलिस ने मादक पदार्थ की तस्करी करने के आरोप में महिला के साथ में एक ऐसे आदमी को पकड़ा जो ऑटो के अंदर बुर्का पहन कर बैठा था और गर्भवति महिला होने का नाटक कर रहा था.
बांग्लादेशी न्यूज़ वेबसाइट पर प्रोथोम अलो ने भी इस घटना को कवर किया था. जिसके अनुसार दोनों आरोपियों की पहचान मुहम्मद सागर (20) और अमीना बेगम (19) के रूप में की गई थी.
इससे पहले भी सितंबर 2021 में यह वीडियो पुलवामा हमले के लिए विस्फोटकों की तस्करी के झूठे दावे के साथ शेयर किया गया था तब बूम ने इसका फै़क्ट चेक किया था.
बूम बांग्लादेश के इनपुट के साथ
McDonald's के नए लोगो के दावे से यह तस्वीर असल में AI जेनरेटेड है