सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें भीड़ में खड़ा एक मौलाना भाषण देता हुआ नज़र आ रहा है. वीडियो को हाल का बताकर दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के बाड़मेर में मौलाना ने सभी मुस्लिमों के लिए फतवा जारी किया है कि जाट, गुर्जर और चौधरियों की दुकानों से कोई सामान नहीं खरीदना है और ना हि इनके वाहनों में बैठना है.
आगे दावा किया है कि इस जमात के लोग पुरे भारत की मस्जिदों में मुसलमानों को इक्कठ्ठा कर इस तरह के फतवे जारी कर रहे हैं. इस दावे को उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक समेत कई लोगों ने शेयर किया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया वायरल वीडियो 2019 का है, उसी वक्त भाषण देने वाले व्यक्ति पर पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई की थी.
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ट्विटर पर मथुरा के मांट विधानसभा से बीजेपी विधायक और प्रदेश प्रवक्ता राजेश चौधरी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "राजस्थान के बाड़मेर में एक मौलाना ने फतवा जारी किया है कि. किसी भी जाट और गुर्जर से सामान नहीं खरीदना है. ना ही इनकी गाड़ी में सफर करना है. जाट और मुसलमानों की एकता का झूठा ढोंग करने वाले कुछ तो बोलो …?"
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ट्विटर पर खुद को अखिल भारतीय जाट महासभा के आईटी सेल अध्यक्ष बताने वाले अरविन्द सिंह ने भी एक ट्वीट के रिप्लाई में इस वीडियो को हाल का बताकर शेयर किया.
ट्विटर पर अन्य लोगों ने भी वीडियो को हाल का बताते हुए शेयर किया है.
फ़ेसबुक पर भी कई यूज़र्स ने वीडियो को हालिया बताते हुए पोस्ट किया है जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो से स्क्रीनग्रैब निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो फ़ेसबुक पर 1 जुलाई 2019 की एक पोस्ट में यही वीडियो मिली. कैप्शन में वीडियो को राजस्थान के बाड़मेर के गागरिया गांव का बताया गया है.
फ़ेसबुक पर 2019 की एक अन्य पोस्ट में भी यह वीडियो मिला.
आगे और पड़ताल करने पर ट्विटर पर बाड़मेर पुलिस का इस वीडियो के सन्दर्भ में ट्वीट मिला. पुलिस ने इस वीडियो बाड़मेर के थाना बिजराड के ग्राम भोजारिया का 2019 का बताया. पुलिस ने आगे बताया कि थाना रामसर के गागरिया गांव में पेट्रोल पंप के सामने 28 जून 2019 को एक प्राइवेट बस से एक्सीडेंट होने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी थी. इस घटना के विरोध में मृतक के परिजनों द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान एक परिजन ने इस तरह का भाषण भी दिया था. उस व्यक्ति पर उसी समय नियमानुसार कार्यवाही की गई थी.
इसके बाद बूम ने बिजराड पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने बताया कि मामला 2019 का है और भाषण देने वाले व्यक्ति पर उसी समय कार्यवाही की गयी थी. पास में रामसर थाने के एक गाँव में सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी थी. नाराजगी में मृतक के परिजनों ने प्रदर्शन किया था उसी वक्त का यह वीडियो है.
रामसर पुलिस ने बूम को सड़क दुर्घटना मामले की एफआईआर कॉपी भी प्रदान की जो 28 जून 2019 को मृतक के परिजनों ने दर्ज करवाई थी.
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