उम्मेद भवन पैलेस, जोधपुर से जोड़कर एक वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है | वायरल क्लिप के साथ दावा किया गया है कि वीडियो उम्मेद पैलेस में नाईटशो दिखाता है |
वीडियो में एक टावर दिखाई दे रहा है जिसमें अचंभित करने वाली लाइटिंग की गयी है | कभी टावर गायब दिखता है तो कभी 3D में अलग-अलग चीज़ें दिखाई देती हैं |
बूम ने पाया कि वीडियो टर्की के इस्तांबुल शहर में स्थित 'गलाटा टावर' का है | यह अप्रैल 2018 में हुए इस्तांबुल यूथ फेस्टिवल के दौरान गलाटा टावर पर हुए नाईट शो के दौरान फ़िल्माया गया था |
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इस वीडियो के साथ एक दावा वायरल है जिसमें लिखा है: "यह जोधपुर का उमेद पैलेस किला है इसकी लाइटिंग देखिए लगेगा जैसे गुंबद गिर रहा है इसे देखने का किराया ₹3000."
ऐसे कुछ पोस्ट्स नीचे देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें |
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च किया और Pro AVL Central यूट्यूब चैनल पर यही वीडियो पाया जो 30 अप्रैल 2018 को अपलोड किया गया था |
इस वीडियो में शीर्षक "Projection mapping the Galata Tower" दिया हुआ था | इसके अलावा कई यूट्यूब चैनल्स ने भी इसी वीडियो अप्रैल और मई 2018 में अपलोड किया था | इन सभी चैनल्स ने इसे इस्तांबुल का गलाटा टावर बताया था | यहां देखें |
इसके बाद हमनें कीवर्ड्स खोज की और Istanbul Buyuksehir Belediyesi यानी इस्तांबुल मेट्रोपोलिटन म्युनिसिपेलिटी की एक आधिकारिक वेबसाइट पर पहुंचे जहाँ इस वीडियो के बारे में जानकारी दी गयी थी |
इस वेबसाइट के मुताबिक़ वीडियो अप्रैल 2018 में इस्तांबुल यूथ फ़ेस्टिवल के दौरान फ़िल्माया गया था | इस फेस्टिवल के दौरान प्रख्यात गलाटा टावर पर लाइटशो किया गया था | बूम ने कीवर्ड्स खोज में इस्तांबुल मेट्रोपोलिटन म्युनिसिपेलिटी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह वीडियो भी पाया जो 2 मई 2018 को पोस्ट किया गया था | "इस्तांबुल यूथ फेस्टिवल के प्रचार के लिए गलाटा टावर पर रंगीन मैपिंग का वीडियो |#CityFestival," ट्वीट का अनुवाद |
बूम ने उस टीम की वेबसाइट भी खोजी जिसनें यह शो डिज़ाइन किया था | क्रीमस्टूडियो की वेबसाइट पर वायरल वीडियो का लम्बा वर्ज़न मौजूद है | इस वेबसाइट के मुताबिक़, "इस्तांबुल यूथ फेस्टिवल के प्रचार अभियान के लिए डिज़ाइन किया गया गलाटा टावर 3 डी प्रोजेक्शन मैपिंग। परियोजना का उद्देश्य दर्शकों के लिए एक यादगार अनुभव बनाना था और ब्रांड के नए दृश्य पहचान डिजाइन को बढ़ावा देना था।"
इसके बाद हमनें जोधपुर के स्थानीय निवासी राकेश बिश्नोई से बात की | उन्होंने बूम को बताया, "यह उमेद पैलेस का हिस्सा नहीं है | यह वीडियो यूरोप या उसके आसपास का हो सकता है पर जोधपुर में मैंने ऐसा कोई टावर नहीं देखा है," उन्होंने कहा |
बूम ने वायरल वीडियो और यूट्यूब पर दो साल पहले अपलोड किये गए वीडियो की तुलना की एवं दोनों को एक समान पाया |
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