फैक्ट चेक

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के हिंदू विरोधी शपथ दिलाने के दावे से वायरल वीडियो पुराना है

वायरल वीडियो 7 नवंबर 2022 का है जब छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मोहरा में राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन हुआ था, जिसमें हिंदू देवी देवताओं को न मानने की शपथ ली गई थी.

By - Rishabh Raj | 25 Oct 2024 5:24 PM IST

Fact check of viral video of Congress insulting Hindu Gods and Goddesses in Chhattisgarh

सोशल मीडिया पर न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत के न्यूज बुलेटिन एक वीडियो वायरल है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कांग्रेस नेता के सामने हिंदू-देवी देवताओं को न मानने की शपथ दिलाई गई. 

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो नवंबर 2022 का है जब छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में बौद्ध समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में यह शपथ ली गई थी.

वायरल वीडियो की शुरुआत में सुना जा सकता है, 'छत्तीसगढ़ से इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है. राजनांदगांव में कांग्रेस की महापौर हेमा देशमुख के सामने लोगों को हिंदू देवी-देवताओं को न मानने की शपथ दिलाई गई.' इसके बाद शपथ लेने के वीडियो को प्ले किया जाता है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'कांग्रेस की हिंदू-विरोधी शपथ, कर्नाटक से छत्तीसगढ़ तक: हिंदू-विरोधी कांग्रेस कांड! कांग्रेस और उसकी राज्य सरकार हिंदुओं की पीठ पीछे यही कर रही है. कृपया सभी हिंदुओं के साथ शेयर करें. देखिए कांग्रेस अपने ही देश में जनता को हिंदू सनातन धर्म की क्या शपथ दिला रही है. जागो वरना पतन श्योर.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक

सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)



फैक्ट चेक: वायरल वीडियो पुराना है

बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए जब इससे जुड़े कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया तो हमें इससे जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट मिली.

न्यूज वेबसाइट Live Hindustan की 9 नवंबर 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में हुआ था और इसमें राजनांदगांव की मेयर हेमा देशमुख भी मौजूद थीं. हेमा देशमुख छत्तीसगढ़ कांग्रेस की महिला विंग की उपाध्यक्ष भी हैं.

इस रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यक्रम में मंच से लोगों को शपथ दिलाई जा रही थी, 'मैं गौरी-गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी देवता को नहीं मानूंगा, न ही उनकी पूजा करूंगा. मैं इस बात पर कभी विश्वास नहीं करूंगा कि भगवान ने कभी अवतार लिया है.'



न्यूज वेबसाइट ABP News की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 नवंबर 2022 को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मोहरा के ऑक्सीजन पार्क में राज्य स्तरीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसमें लोगों से शपथ दिलाया गया था कि वह हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानते हैं और न ही उसकी पूजा करेंगे.

कार्यक्रम में मौजूद राजनांदगांव की मेयर हेमा देशमुख ने इस मामले पर बात करते हुए न्यूज वेबसाइट ThePrint से कहा था कि इस कार्यक्रम में शपथ लेने की जानकारी उन्हें पहले से नहीं थी.

उन्होंने दावा किया था कि भगवान के बारे में अपमानजनक बातें कहे जाने के चलते उन्होंने शपथ नहीं लिया था. बता दें कि इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मौजूद थे, हालांकि वह कुछ देर रुककर वहां से चले गए थे.

इसके अलावा Times Now Navbharat के यूट्यूब चैनल पर भी इससे जुड़ी 9 नवंबर 2022 की रिपोर्ट देखी जा सकती है.  


Full View


Tags:

Related Stories