सोमवार को इंग्लैंड के बर्मिघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का समापन हुआ. इस बार भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 22 गोल्ड और 16 सिल्वर सहित 61 मेडल हासिल किए. सबसे ज़्यादा मेडल हासिल करने वाले देशों की लिस्ट में भारत चौथे स्थान पर रहा.
इसी बीच सोशल मीडिया पर भारतीय महिला धावक हिमा दास को लेकर एक दावा वायरल हुआ. इस दावे के अनुसार, हिमा दास ने महान धावक मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ दिया. आगे कहा गया है कि बावजूद इसके मीडिया चुप है क्योंकि हिमा दास सवर्ण नहीं है.
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वायरल दावे को एक वीडियो के साथ भी शेयर किया जा रहा है जिसमें हिमा दास एक स्टेडियम में ट्रैक पर तेजी से दौड़ती हुई नज़र आ रही हैं. इस दौरान की जा रही कमेंट्री को भी सुना जा सकता है, जिसमें कमेंटेटर यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि 23.42 सेकेंड के साथ हिमा दास के नाम के आगे क्वालिफिकेशन का बड़ा क्यू(Q) लग गया है.
इस वीडियो को वायरल दावे के साथ सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर किया गया है.
एक फ़ेसबुक यूज़र ने हिमा दास के इस वीडियो को वायरल दावे के साथ शेयर करते हुए लिखा है "हिमा दास ने महान धावक मिल्खा सिंह जी का रिकॉर्ड तोड़ दिया पर मीडिया चुप हैं क्योंकि हिमा दास सवर्ण नही। देश की बेटी हिमा दास को बहुत-बहुत बधाई एवं मंगलकामनाएँ".
वहीं अन्य फ़ेसबुक यूज़र्स ने भी इसी तरह के कैप्शन के साथ वायरल दावे और वीडियो को शेयर किया है, जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल हो रहे दावे के साथ मौजूद वीडियो की पड़ताल के लिए हिमा दास के ट्विटर अकाउंट को सर्च किया तो हमें यह वीडियो मिला, जिसे 4 अगस्त 2022 को ट्वीट किया गया था.
हमें यही वीडियो सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के यूट्यूब चैनल पर भी मिला. वीडियो के टाइटल और डिस्क्रिप्शन के अनुसार यह वीडियो महिलाओं की 200 मीटर की दौड़ के सेमीफाइनल क्वालिफिकेशन का है, जिसमें हिमा दास ने 23.42 सेकेंड में इस दौड़ को ख़त्म कर दिया था.
इसके बाद हमने वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की पड़ताल शुरू की, तो हमें ओलंपिक की वेबसाइट पर मिल्खा सिंह और हिमा दास के द्वारा बनाए गए रिकार्ड का आंकड़ा मिला. वेबसाइट के अनुसार 200 मीटर की दौड़ को 20.7 सेकेंड में समाप्त करने का रिकॉर्ड मिल्खा सिंह के पास है, जबकि हिमा दास ने इस श्रेणी की दौड़ न्यूनतम 22.88 सेकेंड में ख़त्म की है.
इसके अलावा 400 मीटर और 4*400 मीटर री्ले में भी मिल्खा सिंह हिमा दास से आगे हैं. नीचे मौजूद दोनों फ़ोटो से इस आंकड़े को स्पष्ट समझा जा सकता है.
बता दें कि बर्मिंघम में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में हिमा दास ने 200 मीटर की दौड़ में हिस्सा लिया था, जिसमें उन्होंने पहले राउंड में 23.42 सेकेंड में अपनी दौड़ ख़त्म कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. लेकिन सेमीफाइनल में वो नामीबिया की क्रिस्टीन एमबोमा और ऑस्ट्रेलिया की एला कोनोली से पीछे रह गईं. फाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाने के कारण वह किसी मेडल को पाने से चूक गईं.
हालांकि उन्होंने 4x100मीटर की रीले रेस में भी साथी खिलाड़ी दुती चंद, सरबानी नंदा और ज्योति यार्राजी के साथ हिस्सा लिया. लेकिन भारत को इस प्रतिस्पर्धा में भी पांचवें स्थान से संतोष करना पड़ा.
हाल ही में हिमा दास से जोड़कर जुलाई 2018 का एक पुराना वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने फिनलैंड में आयोजित वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था. इस वीडियो को यह कहते हुए शेयर किया गया था कि हिमा दास ने बर्मिंघम में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीता है. बूम ने इसका फ़ैक्ट चेक किया है, जिसे यहां पढ़ा जा सकता है.
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