सोशल मीडिया पर मारपीट का एक वीडियो काफ़ी वायरल है, जिसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में इफ़्तार पार्टी में शामिल न होने पर एक हिंदू नेता की बर्बर तरीके से पिटाई की गई.
वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग एक व्यक्ति को किराने के दूकान के अंदर पीटते हैं और उसके ऊपर धारदार हथियारों से हमला करते हैं. इस हमले में उक्त व्यक्ति के मुंह और शरीर के कई हिस्सों से खून भी बहता हुआ दिखाई देता है. इतना ही नहीं इसी घटना के एक और वीडियो में मारपीट करने वाले लोग उस व्यक्ति को घसीटते हुए दूकान से बाहर ले जाते हैं. इस दौरान लहूलुहान व्यक्ति मारने वालों से उसे बख्शने की अपील करता है लेकिन उन लोगों पर कोई असर नहीं होता है. इसके बाद उस व्यक्ति को नाले में गिरा दिया जाता है.
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मारपीट की घटना वाले इस वीडियो को फ़ेसबुक पर सांप्रदायिक दावे के साथ काफ़ी शेयर किया गया है.
संजीत चौहान नाम के फ़ेसबुक यूज़र ने वायरल हो रहे वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है 'बांग्लादेश में इफ्तार पार्टी में शामिल न होने पर हिन्दू नेता की मोहम्मद जमील द्वारा बर्बर तरीके से पिटाई की गई. क्योंकि दुनिया के सबसे शांतिप्रिय मजहब इस्लाम मे काफिरों के साथ यही सुलूक बताया गया है'. कैप्शन में कई और भड़काऊ बातें भी लिखी गई है.
हनुमान सेना नाम के फ़ेसबुक अकाउंट से भी इसी तरह के कैप्शन के साथ वायरल वीडियो को शेयर किया गया है.
वीडियो में दिखाए गए हिंसा को ध्यान में रखते हुए बूम ने उसे रिपोर्ट में नहीं रखा है.
बूम को ये वायरल वीडियो अपने टिपलाइन पर भी मिली है.
वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले उसे ध्यानपूर्वक देखा तो पाया कि वीडियो में हिंदी भाषा का काफ़ी इस्तेमाल किया गया है. साथ ही यह भी पाया कि वीडियो में उस तरह की हिंदी बोली जा रही है जैसी हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बोली जाती है.
इसके बाद हमने 'हरियाणा पश्चिमी उत्तरप्रदेश मारपीट वीडियो वायरल' जैसे कीवर्ड की मदद से इस घटना से जुड़ी ख़बरों को खोजना शुरू किया तो हमें अमर उजाला की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल हो रहे वीडियो से जुड़ी तस्वीर लगी थी. रिपोर्ट के अनुसार यह मामला हरियाणा के यमुनानगर जिले के साढौरा थाने का था. मारपीट की वजह आपसी रंजिश थी और पुलिस ने इस मामले में शिकायत भी दर्ज़ की थी.
जांच के दौरान हमें इसी घटना से जुड़ी दैनिक जागरण की भी एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार 1 मई की सुबह साढौरा थाना अंतर्गत आने वाले सुल्तानपुर निवासी कमलजीत के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी. मारपीट की वजह रुपये की लेनदेन बताई गई थी. पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर यमुनानगर जिले के कनीपला निवासी रिकी और उसके कुछ साथियों को इस मामले में आरोपी बनाया था.
इसके बाद हमने साढौरा थाने के एसएचओ से बात की तो उन्होंने भी घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में चार लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है. साथ ही इस मामले को यमुनानगर जिले के अपराध शाखा को सौंप दिया गया है.
हमें इसी मामले से जुड़ा यमुनानगर पुलिस का एक ट्वीट भी मिला.
बता दें कि बीते दिनों रमजान के मौके पर बांग्लादेश के चट्टोग्राम के हैदगांव इलाके में आवामी लीग ने एक इफ़्तार पार्टी का आयोजन किया था जिसमे वहां के स्थानीय नेता बीएम जसीम को नहीं बुलाया गया था. बुलावा नहीं मिलने से नाराज़ जसीम ने इफ़्तार पार्टी में अपने समर्थकों के साथ जबरन घुसकर हंगामा शुरू कर दिया. इसी दौरान वहां मौजूद आवामी लीग के नेता जितेंद्र कांति गुहा के साथ कुछ लोगों ने कथित तौर पर मारपीट की और उन्हें पेड़ से बांध दिया. समाचार एजेंसी यूएनआई ने अपनी वेबसाइट पर यह ख़बर जारी की थी.
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