HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

वायरल तस्वीर में हॉस्पिटल में चेन से बँधे बुज़ुर्ग फ़ादर स्टेन स्वामी नहीं हैं

5 जुलाई को फादर स्टेन स्वामी के निधन के बाद एक तस्वीर वायरल हुई जिसके साथ दावा है कि वो स्टेन स्वामी हैं.

By - Devesh Mishra | 6 July 2021 1:49 PM IST

5 जुलाई को दोपहर के क़रीब यूएपीए ( UAPA ) क़ानून के तहत जेल में बंद 83 साल के बुजुर्ग आदिवासी एक्टिविस्ट फ़ादर स्टेन स्वामी (Stan Swamy) का निधन हो गया. उनकी उम्र ज़्यादा थी और कई और बीमारियों के चलते वो काफ़ी कमजोर भी हो गये थे. सोशल मीडिया पर उनकी मृत्यु के बाद उन्हें और उनके संघर्ष को लोगों ने अपने अपने तरीक़े से याद किया.

नहीं रहे फ़ादर स्टेन स्वामी, भीमा कोरेगाँव मामले में लगा था यूएपीए

लेकिन इसी के साथ सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी ख़ूब वायरल हो रही है जिसे फ़ादर स्टेन स्वामी की तस्वीर बताया गया. इस फ़ोटो में एक बुज़ुर्ग व्यक्ति हॉस्पिटल के एक बेड में ऑक्सीजन मास्क और तमाम मशीनों के बीच घिरे बैठे हैं. व्यक्ति के पैर में हथकड़ी लगी हुई एक लोहे की चेन बँधी हुई है. बुज़ुर्ग व्यक्ति दिखने में कुछ-कुछ फ़ादर स्टेन स्वामी जैसे ही दिख रहे हैं. सोशल मीडिया पर कल से ही तमाम अलग अलग कैप्शन के साथ ये तस्वीर वायरल है. एक यूज़र रघु ने ट्विटर पर इस तस्वीर को शेयर किया और लिखा 'आप सोचिये कि गांधी,नेहरू और कृपलानी के लोकतांत्रिक मूल्यों से बने इस देश में एक 84 साल के बुज़ुर्ग से ये सलूक किया जा रहा है'

फ़ेसबुक पर एक यूज़र Debashish Joel ने इसी फ़ोटो को शेयर करते हुए लिखा कि फादर स्टेन स्वामी का निधन हो गया.


(पोस्ट यहाँ देखें)

नवीनीकरण के बाद ऐसा दिखता है विश्वनाथ मंदिर? वायरल वीडियो का सच

 जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने भी इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा 84 साल का यह बुजुर्ग मोदी सरकार के लिए आतंकवादी था। जंजीर में कैद थे बीमार फादर स्टेन स्वामी क्योंकि वह आदिवासियों के लिए लड़ते थे।

ये फ़ोटो व्हाट्सएप पर भी ख़ासा वायरल रही और बूम को अपने व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर पर भी ये फ़ोटो मिली जिसे हमने फ़ैक्ट चेक किया.

फ़ैक्ट चेक

वायरल तस्वीर को सबसे पहले हमने रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें बिल्कुल इसी तस्वीर से जुड़ी तमाम मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. बूम ने पाया कि ये बुज़ुर्ग व्यक्ति फ़ादर स्टेन स्वामी नहीं बल्कि बाबूराम सिंह(94) नाम का एक व्यक्ति है जो हत्या का आरोपी है और स्वास्थ्य समस्याओं के चलते हॉस्पिटल में एडमिट हुआ. ये मामला उत्तर प्रदेश के एटा ज़िले का है.


असम के मुख्यमंत्री के भाषण के रूप में वायरल इस वीडियो का सच क्या है?

NDTV की 13 मई 2021 एक रिपोर्ट के मुताबिक़ जब ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई तो जेल अधीक्षक आनंद कुमार ने जेल के वार्डन को सस्पेंड कर इस मामले में जवाब माँगा.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में कहा गया कि बाबूराम सिंह को 6 मई 2021 को जेल लाया गया था जब वो हत्या के एक केस में आरोपी पाया गया. बाबूराम एटा ज़िले के कुल्ला हबीबपुर गाँव का रहने वाला है.

Tags:

Related Stories