सोशल मीडिया पर हिंदी समाचार पत्र दैनिक भास्कर (Dainik Bhaskar) के फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल से किये जा रहे ट्वीट्स ख़ूब वायरल हैं. ऐसे ही एक वायरल ट्वीट में कहा गया है कि दैनिक भास्कर उनके इशारे पर बोलने वाला "तोता" नही बना है. वो जनता की आवाज़ है. यूज़र्स इस ट्विटर हैंडल को असल मानते हुए इसके ट्वीट का स्क्रीनशॉट फ़ेसबुक पर भी शेयर कर रहे हैं.
बूम ने पाया कि वायरल ट्वीट दैनिक भास्कर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से नहीं बल्कि एक दूसरे अकाउंट से किया गया है, जिसके account details में पैरोडी अकाउंट बहुत बाद में जोड़ा गया है.
अखिलेश यादव के नाम से बाबरी मस्जिद को लेकर किये गए ट्वीट का सच
गौरतलब है कि बीते गुरुवार को दैनिक भास्कर के भोपाल और जयपुर ऑफ़िस में आयकर विभाग का छापा पड़ा था. हालांकि, आयकर विभाग ने ऑफ़िस से क्या चीज़ें बरामद की हैं, यह साफ़ नहीं है लेकिन छापे की ख़बर मीडिया में आते ही लोगों ने सरकार को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया. संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों ने अख़बार के ख़िलाफ़ सरकार की कार्यवाई के विरोध में आवाज़ उठाई.
एक आम धारणा यह है कि कोरोना महामारी की दूसरी वेव में जिस तरह दैनिक भास्कर ने ज़मीनी सच्चाई दिखाई थी, उससे सरकार को ख़ासी आलोचना का शिकार करना पड़ा था. आयकर विभाग के इस छापे को सरकार की बदले की कार्यवाई के रूप में देखा जा रहा है.
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
हूबहू वही ट्वीट दैनिक भास्कर के नाम पर बने के दूसरे हैंडल से किया गया है.
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
क्या दुर्गा वाहिनी की सदस्या ने पाकिस्तानी रेसलर को बुरी तरह पीटा? फ़ैक्ट चेक
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल ट्वीट की सत्यता जांचने के लिए सबसे पहले ट्विटर हैंडल पर जाकर देखा. हमने पाया कि ट्विटर हैंडल @DainikBhasskar पर ब्लू टिक का बैज नहीं है. यही नहीं, अकाउंट के बायो सेक्शन में #IStandWithDainikBhaskar कैंपेन भी डाला गया है. लोकेशन की जगह पर नई दिल्ली है और ट्विटर जॉइन करने की तिथि मई 2021 है. यहां हम यह भी बता दें कि भास्कर समूह का हेडक्वार्टर मध्यप्रदेश के भोपाल में है.
हमने ट्विटर हैंडल की जांच के दौरान पाया कि कल यानी 21 जुलाई से बेख़ौफ़ पत्रकारिता, जनता की आवाज़ जैसे कई सिलसिलेवार ट्वीट किये गए हैं. जबकि इसके पहले इस हैंडल पर केवल कांग्रेस समर्थित और सरकार विरोधी ही ट्वीट थे.
इस दौरान हमने पाया कि इस ट्विटर हैंडल के बायो सेक्शन में बदलाव किया गया है. ख़बर लिखने के दौरान दो बार इस हैंडल के बायो सेक्शन में बदलाव हो चुके थे.
सबसे पहले बायो सेक्शन में 'पैरोडी' जोड़ा गया, ताकि हैंडल की प्रमाणिकता पर सवाल न उठाया जाये. थोड़ी ही देर में दो और बदलाव हुए, जिसमें "Fans account इस एकाउंट का दैनिक भास्कर प्रकाशन से कोई लेना-देना नहीं है" जोड़ा गया. नीचे देखें.
शुरुआती जांच में स्पष्ट हो गया कि यह एक फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल है, लेकिन हमने अपनी जांच आगे बढ़ाते हुए जानने की कोशिश कि क्या दैनिक भास्कर के अधिकारिक ट्विटर से ऐसा कोई ट्वीट किया गया है?
हम भास्कर समूह के हिंदी दैनिक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पहुंचे, जहां हमें ऐसा कोई ट्वीट नहीं मिला. हमें दैनिक भास्कर द्वारा 22 जुलाई को किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें लिखा है, "मैं स्वतंत्र हूं, क्योंकि मैं भास्कर हूं भास्कर में चलेगी सिर्फ पाठकों की मर्जी."
हम नीचे दैनिक भास्कर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल का स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं. यहां आप देख सकते हैं कि हैंडल पर ब्लू टिक का बैज है. ट्विटर जॉइन करने की तिथि अगस्त 2009 है. हैंडल के बायो सेक्शन में वेबसाइट सहित तमाम जानकारियां अपडेट रखी गई हैं.
सोनू निगम के नाम पर बने 'फ़ैन' ट्विटर हैंडल से किया गया ट्वीट वायरल