देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने राजस्थान के उदयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, सांसद राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने इस शिविर में हिस्सा लिया.
इसी बीच उदयपुर में आयोजित हुए चिंतन शिविर की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रही है, जिसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस ने कार्यक्रम स्थल पर लगे पंडाल को तिरंगे का रूप देने के चक्कर में जानबूझ कर केसरिया रंग को नीचे रखा जबकि हरे और सफ़ेद रंग को ऊपर कर दिया.
पाकिस्तानी शादी का वीडियो फ़र्ज़ी दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल
वायरल हो रही तस्वीर में देखा जा सकता है कि केसरिया रंग की एक कारपेट पंडाल में नीचे बिछी हुई है, जबकि पंडाल का ऊपरी हिस्सा हरा और सफ़ेद रंग का है. पंडाल में कई कांग्रेसी नेता भी बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं.
इस फ़ोटो को फ़ेसबुक पर काफ़ी शेयर किया गया है.
मनोज पटेल नाम के फ़ेसबुक यूज़र ने वायरल तस्वीर को अपने फ़ेसबुक अकाउंट से शेयर करते हुए लिखा है 'कांग्रेस के चिंतन शिविर में ये तस्वीर सच में चिंतन करने लायक है. हरा और सफ़ेद ऊपर और केसरिया (भगवा) पैरो में. अगर तिरंगे का ही रूप देना था तो केसरिया ऊपर होता, सफ़ेद दीवारें होती और ज़मीन पर हरा होता. ख़ैर चिंतिन शिविर अपनी चिता सजा रहा है. भगवे को जानबूझकर जमीन पर बिछाया है पैर रखने के लिए'.
संपतमल टी शर्मा नाम के फ़ेसबुक यूज़र ने भी इसी तरह के कैप्शन के साथ इस तस्वीर को शेयर किया है.
वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे तस्वीर की जांच के लिए सबसे पहले इंडियन नेशनल कांग्रेस के फेसबुक अकाउंट को खंगालना शुरू किया तो हमें इससे मिलते जुलती एक तस्वीर मिली, जो 14 मई 2022 को अपलोड की गई थी.
कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए तस्वीर में हमें पंडाल के ऊपरी हिस्से में हरे और सफ़ेद रंग के साथ केसरिया रंग भी दिखा. साथ ही हमें वह कारपेट भी दिखा जिसे वायरल तस्वीर में भगवे रंग का बताया जा रहा है.
इसके बाद हमने कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी के सोशल मीडिया अकाउंट पर चिंतन शिविर की इस तस्वीर को ख़ोजना शुरू किया तो हमें 14 मई को ही अपलोड की गई एक फ़ोटो मिली. अपलोड किए गए फ़ोटो में साफ़ साफ़ देखा जा सकता है कि पंडाल का उपरी हिस्सा तिरंगे की रंग में है. साथ ही हमें इस फ़ोटो में भी वह कारपेट देखने को मिली, जो केसरिया रंग से थोड़ी अलग प्रतीत हो रही थी.
हमने अपनी जांच के दौरान इस शिविर में मौजूद रहे यूथ कांग्रेस के अधिकारी शेषनारायण ओझा से संपर्क किया तो उन्होंने हमें आयोजन स्थल की कुछ तस्वीर भेजी जिसमें पंडाल का ऊपरी हिस्सा तिरंगे रंग का दिखा. इसके अलावा उन्होंने कारपेट में केसरिया रंग को लेकर कहा कि कार्यक्रम स्थल पर प्रयोग किया कारपेट का रंग केसरिया से काफ़ी अलग है.
ओझा द्वारा भेजे गए तस्वीर को आप नीचे देख सकते हैं.
मुस्लिम महिला की मदद का स्क्रिप्टेड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल