हरियाणा के नूंह में बीते दिनों भड़की हिंसा को उकसाने के कथित आरोपी बिट्टू बजरंगी का दो वीडियो वायरल हो रहा है. एक वीडियो में बिट्टू बजरंगी भड़काऊ बयान देता हुआ नज़र आ रहा है और दूसरे वीडियो में वह रोते हुए दिख रहा है. दोनों वीडियो को इस दावे से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है कि "पहले तो उसने मेवात में जाकर दंगा भड़काने की कोशिश की, लेकिन जब उससे पुलिस ने पूछताछ की तो वह फूट-फूट कर रोने लगा".
हालांकि, बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2022 के अप्रैल महीने का है. फ़रीदाबाद में रामनवमी के अवसर पर शोभायात्रा निकाले जाने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की थी, तो उसने फ़ेसबुक लाइव के दौरान रोते हुए आपबीती बताई थी.
बीते 31 जुलाई को हरियाणा के मेवात इलाक़े में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की तरफ़ से निकाली गई बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई. इसके बाद यह हिंसा आसपास के ज़िलों फ़रीदाबाद और गुरुग्राम में भी फ़ैल गई. इस हिंसा में क़रीब 6 लोगों की मौत हो गई, इनमें होमगार्ड के दो जवान भी शामिल हैं. शोभा यात्रा से पहले बहुचर्चित नासिर-जुनैद हत्याकांड में आरोपी बनाए गए मोनू मानेसर का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें उसने लोगों से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की थी और साथ ही उसने यह भी कहा था कि वह और उसकी टीम भी इस यात्रा में शामिल होगी.
वायरल हो रहे पहले वीडियो में बिट्टू बजरंगी कहता हुआ दिख रहा है कि “इनको पूरी लोकेशन दे दूं. नहीं तो ये बोलेंगे कि बताया नहीं कि हम ससुराल आए और मुलाकात नहीं हुई. पूरी लोकेशन देंगे, फूल माला तैयार रखना. तभी पीछे से एक व्यक्ति बोलता है कि जीजा आ रहे हैं तुम्हारे. इसपर बिट्टू भी हां में हां मिलाता है”. हालांकि, पुलिस ने इस वीडियो के आधार पर बिट्टू बजरंगी पर मामला दर्ज किया है.
वहीं दूसरे वीडियो में बिट्टू बजरंगी रोते हुए काफ़ी भड़काऊ और आपतिजनक शब्दों का इस्तेमाल करता नज़र आ रहा है. इस दौरान वह यह भी कहता है कि मैं अपने भाईयों को फंसा नहीं सकता हूं.
दोनों वीडियो को इस दावे वाले कैप्शन के साथ फ़ेसबुक पर साझा किया जा रहा है, जिसमें लिखा हुआ है कि "पहले तो उसने मेवात में भड़काऊ बयान देकर दंगा भड़काने की कोशिश की, लेकिन बाद में वह पुलिस के पूछताछ करने पर फूट फूट कर रोने लगा".
फ़ेसबुक पर वायरल दावे वाले अन्य पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से फ़ेसबुक सर्च किया तो हमें हरियाणा के फ़रीदाबाद के एक भाजपा नेता के फ़ेसबुक अकाउंट पर 16 अप्रैल 2022 को अपलोड किया हुआ 27 मिनट 24 सेकेंड का एक वीडियो मिला. यह वीडियो वायरल वीडियो का लंबा वर्जन था. क़रीब 12 मिनट से इस वीडियो में बिट्टू बजरंगी को वही बातें कहते हुए सुना जा सकता है, जो वायरल वीडियो में मौजूद है.
वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में लिखा गया था कि “जब से बिट्टू बजरंगी ने रैली की तब से बहुत परेशान किया जा रहा है. यह बांग्लादेश, पाकिस्तान नहीं भारत है.
इस फ़ेसबुक वीडियो को ध्यान से पूरा सुनने पर हमने पाया कि बिट्टू बजरंगी और उसके साथियों ने मिलकर फ़रीदाबाद में ‘हिंदू एकता भगवा रैली’ निकाली थी. रैली निकालने के बाद उसने कुछ पुलिस अधिकारियों पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि “मुझसे पूछताछ की जा रही है और रैली में शामिल हुए लोगों के बारें में बताने के लिए कहा जा रहा है”. साथ ही उसने इस दौरान यह भी कहा था कि उसकी जान को भी ख़तरा है.
इसी दौरान हमें नेशनल प्राइम टाइम नाम के एक न्यूज़ पोर्टल के फ़ेसबुक अकाउंट से 13 अप्रैल 2022 को लाइव किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो में पोर्टल के पत्रकार अभय गिरी के सवाल पर बिट्टू बजरंगी ने रोने का कारण बताया था.
वीडियो में बिट्टू बजरंगी ने रोने का कारण बताते हुए कहा था कि “10 अप्रैल को हमने रामनवमी पर रैली निकाली और यह सफ़ल हुई. प्रशासन ने भी इसमें काफ़ी सहयोग किया. लेकिन रैली निकालने के दूसरे दिन से ही मुझे परेशान किया जा रहा है. कभी मुझे चौकी तो कभी थाने बुलाया जा रहा है. मुझसे रैली में शामिल लोगों का नाम बताने के लिए कहा जा रहा है”. साथ ही उसने इस दौरान हरियाणा के सीएम से भी गुहार लगाई थी. इस दौरान उसने यह भी बताया कि इस रैली में सुदर्शन न्यूज़ के सुरेश चव्हानके भी शामिल हुए थे.
चूंकि, साल 2022 में ही 10 अप्रैल को रामनवमी थी, इसलिए यह साफ़ हो गया कि वीडियो में बिट्टू बजरंगी ने पिछले साल ही रामनवमी के मौके पर निकाली गई रैली का जिक्र किया था.
जांच में हमने प्राप्त जानकरी के आधार पर यह वीडियो बिट्टू बजरंगी के फ़ेसबुक अकाउंट पर भी खोज़ा, लेकिन हमें ऐसा कोई वीडियो नहीं मिला.
इसके बाद हमने बिट्टू बजरंगी से ही संपर्क किया. बजरंगी ने बूम को बताया कि “यह वीडियो पिछले साल 13 अप्रैल 2022 को मेरे फ़ेसबुक अकाउंट से किए गए लाइव का है. वीडियो में मैंने 10 अप्रैल 2022 को फ़रीदाबाद में निकाली गई हिंदू एकता भगवा रैली के बाद हुई परेशानियों का जिक्र किया था. दरअसल, पुलिस मुझे रैली में शामिल लोगों के बारे में बताने के लिए कह रही थी, इसलिए मैंने इस संबंध में लाइव आकर अपनी आपबीती बताई थी”.
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