HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

बिहार में सभी स्कूलों को 15 जून तक बंद किये जाने का यह आदेश पत्र फ़र्ज़ी है

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के नाम से जारी इस वायरल पत्र में कहा गया कि बिहार में 15 जून तक सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूल बंद रहेंगे.

By - Mohammad Salman | 20 March 2021 8:18 AM GMT

कोरोना वायरस (Corona Virus) के बढ़ते मामलों के चलते बिहार (Bihar) में 15 जून तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद करने संबंधी एक आदेश पत्र वायरल हो रहा है. यह आदेश बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (Bihar Education Project Council) के नाम से जारी किया गया है. इस पत्र में बाकायदा बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक संजय सिंह (Sanjay Singh) के हूबहू हस्ताक्षर हैं.

बूम ने पाया कि स्कूलों को बंद करने का यह आदेश पत्र फ़र्ज़ी है. बूम से बात करते हुए निदेशक संजय सिंह ने वायरल पत्र में किये गए दावे को ख़ारिज किया है.

क्या उत्तर प्रदेश में फिर से लॉकडाउन होने वाला है?

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के नाम से जारी इस वायरल पत्र में कहा गया है कि नोवल कोरोना वायरस के कारण विभागीय बहुमत आदेश दिनांक 19 मार्च 2021 के अनुसार राज्य के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों को दिनांक 15 जून 2021 तक बंद करने का आदेश दिया है. ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियां विभागीय आदेश के अनुसार जारी रह सकती हैं जबकि प्रवेशोत्सव विशेष नामांकन अभियान की अवधि 25 मार्च 2021 तक विस्तारित रूप से चलेगी. इस पत्र में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के निदेशक संजय सिंह का हस्ताक्षर भी है.


फ़ेसबुक पर भी इस वायरल पत्र को शेयर किया जा रहा है.

फ़ैक्ट चेक: पुलिस ने बोर्ड न हटाने पर मंदिर को खंडहर करने की धमकी नहीं दी

फ़ैक्ट चेक

बूम ने वायरल पत्र की जांच के दौरान पाया कि आदेश पत्र की लेखन और शब्दावली किसी भी सरकारी पत्र से नहीं मिलती. हमने आदेश पत्र में कई विसंगतियां पायीं, जैसे पत्र संख्या का न होना, पत्र किसको संबोधित किया गया है.

हमने जांच को आगे बढ़ाते हुए बिहार सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का ट्विटर हैंडल चेक किया. हमने पाया कि इस वायरल पत्र के संबंध में 19 मार्च को एक ट्वीट किया गया था, जिसमें वायरल पत्र के दावे को ख़ारिज किया गया था.

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, बिहार (IPRD Bihar) ने वायरल पत्र शेयर करते हुए लिखा कि "Social Media में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के एक फर्जी पत्र द्वारा #COVID19 के कारण स्कूल बंद किये जाने की बात वायरल की जा रही है वो गलत है और शिक्षा विभाग उसका खंडन करता है। अफवाहों से बचें।"

इसके बाद हमने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के निदेशक संजय सिंह से संपर्क किया. उन्होंने परिषद् के नाम से जारी इस आदेश पत्र को फ़र्ज़ी बताया. संजय सिंह ने कहा कि "बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् की ओर से ऐसा कोई आदेश पत्र नहीं जारी किया गया. यह पत्र फ़र्ज़ी है. इस मामले में कार्यवाई हेतु एफ़आईआर दर्ज करवाई गई है."

मोदी-सचिन की मुलाक़ात की तस्वीर फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल

Related Stories