आम आदमी पार्टी की गुजरात शाखा का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें ये कहा जा रहा है कि लोगों को हिंदू रीति रिवाज से पूजा पाठ छोड़ देना चाहिये और नमाज़ अदा करनी चाहिये. सोशल मीडिया पर वायरल ये फ़ोटो एडिटेड है और इसके साथ ग़लत और साम्प्रदायिक दावा किया जा रहा है. बूम ने पाया कि कि वायरल को मॉर्फ्ड करके गुजरात की Aam Aadmi Party के प्रमुख गोपाल इटालिया का चेहरा एक मुस्लिम शख़्स की तरह बना दिया और साथ ही पोस्टर में टेक्स्ट भी बदल दिया.
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पोस्टर में लिख दिया "गुजरात नमाज़ पढ़ेगा" और "भागवत सप्ताह और सत्यनारायण कथा जैसी चीजों को भूल जाओ". बूम ने इटालिया से बात की तो उन्होंने स्पष्ट किया कि पोस्टर में प्रयोग की गई फ़ोटो ग़लत है और उनकी पार्टी इस संबंध में पुलिस केस दर्ज करायेगी.
इस मॉर्फ्ड तस्वीर को ट्विटर यूज़र Renuka Jain ने ट्वीट किया जिसे बाद में उन्होंने डिलीट भी कर दिया. ट्वीट के अंग्रेज़ी टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद है 'आम आदमी पार्टी का गुजरात में प्रचार अभियान इसमें लिखा है कि गुजरात नमाज़ पढ़ेगा भागवत सप्ताह और सत्यनारायण कथा जैसी फ़ालतू प्रथा छोड़ो.'
Sirf News के एडिटर इन चीफ़ Surajit Das Gupta ने भी बिल्कुल यही फ़ोटो इसी कैप्शन के साथ शेयर की.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल पोस्टर की तस्वीर को गुजरात के बाक़ी हिस्सों में लगे पार्टी के कई पोस्टरों से तुलना की तो पाया कि पोस्टर मॉर्फ है. हमें आम आदमी पार्टी के 25 जून 2021 के आसपास गुजरात के कई ज़िलों में लगाये गये ऑरिजनल बिलबोर्ड मिले. ये ऑरिजनल बिलबोर्ड आम आदमी पार्टी के ज़िला स्तर की शाखा के ट्विटर हैंडल से शेयर किये गये थे. हमें ये ट्वीट आम आदमी पार्टी मेहसाणा भरूच और डांग ज़िले के पेज पर मिले.
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अब हमने ऑरिजनल बिलबोर्ड की वायरल पोस्टर से तुलना की तो पाया कि इसमें बड़ी मात्रा में एडिटिंग की गई है.
ऑरिजनल बिलबोर्ड में गुजराती में लिखा था 'अब गुजरात बदलेगा' जिसे एडिट कर 'अब गुजरात नमाज़ पढ़ेगा' कर दिया गया. इसके बाद पोस्टर में ख़ाली बची जगह में अलग से एक लाइन 'भागवत सप्ताह और सत्यनारायण कथा को भूल जाओ' को जोड़ा गया. पोस्टर में मौजूद आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रमुख गोपाल इटालिया के चेहरे को बड़ी बड़ी दाढ़ी और अलग एंगल से एडिट किया गया. जबकि ऑरिजनल पोस्टर में साफ़ दिख रहा है कि वो क्लीन शेव हैं और सफ़ेद शर्ट पहने हुए हैं.
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एक रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि वायरल पोस्टर में प्रयोग की गई टोपी लगाये दाढ़ी वाले व्यक्ति की तस्वीर दरअसल इराक़ी कुर्दिश इस्लामिस्ट नेता Mullah Krekar's की फ़ोटो है. ग़लत दावा करते हुए Krekar's की फ़ोटो को इटालिया के चेहरे के साथ एडिट कर दिया गया.
बूम ने इटालिया से भी इस मसले पर बात की तो उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल झूठी तस्वीर है और पार्टी इस मसले पर पुलिस कार्रवाई भी करेगी. उन्होंने कहा कि हमारी टीम उन लोगों को ख़िलाफ़ केस दर्ज करेगी तो समाज में साम्प्रदायिकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और शांति भंग कर रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि उनकी तस्वीर पहले भी इसी तरह एडिट करके शेयर की जा चुकी है और अगर इस सब के पीछे भारतीय जनता पार्टी नहीं है तो आख़िर क्यों पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. गुजरात की आम आदमी पार्टी इकाई ने भी इस मॉर्फ्ड फ़ोटो का स्क्रीनशॉट ट्विटर पर शेयर किया और लिखा कि वो इस पर एक्शन लेंगे.