दो तस्वीरों का कोलाज फ़ेसबुक पर ज़ोरों-शोरों से शेयर किया जा रहा है. इसमें एक तस्वीर अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर की झांकी की है और दूसरी उस झांकी की है जो एक मुसलमान शख़्स को नमाज़ पढ़ते दिखाती है. दावा यह है कि दोनों झांकी उत्तर प्रदेश की हैं. एक समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान और दूसरी योगी आदित्यनाथ की सरकार में.
नेटिज़ेंस दावा कर रहे हैं कि समाजवादी पार्टी की सरकार जाने से यही बदलाव आया है.
बूम ने पाया कि जबकि राम मंदिर की झांकी इसी साल के गणतंत्र दिवस की है, नमाज़ पढ़ते व्यक्ति को दिखाती झांकी दस साल पुरानी है और बिहार राज्य की ओर से निकाली गई थी. हाल ही में भारत ने अपना 72 वां गणतंत्र दिवस मनाया है. नोवेल कोरोनावायरस महामारी के कारण कार्यक्रम छोटा था और लोगों की उपस्थिति भी कम थी.
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नेटिज़ेंस कोलाज शेयर करने के साथ साथ लिख रहे हैं: "समाजवादी राज में उत्तर प्रदेश की झांकी और योगी राज में उत्तर प्रदेश की झांकी | बस यही सबसे बड़ा बदलाव है और यही बदलाव सबसे सुखद है | जय श्री राम"
नीचे फ़ेसबुक पोस्ट्स देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि कोलाज में दूसरी तस्वीर जिसमें राम मंदिर की झांकी दिख रही है, वो इसी वर्ष की है. उत्तर प्रदेश की झांकी में निर्माणाधीन राम मंदिर का ढांचा दर्शाया गया था.
इसके बाद हमनें दूसरी तस्वीर को गौर से देखा. इस तस्वीर को हमनें रिवर्स इमेज सर्च कर देखा. हमें न्यूज़18 और द हिन्दू बिज़नेसलाइन की दो रिपोर्ट्स मिली जिसमें वायरल तस्वीर को प्रकाशित किया गया था.
दोनों रिपोर्ट्स में इसे 2011 के गणतंत्र दिवस का बताया गया है. यह बिहार की झांकी थी.
इसके बाद हमनें आगे खोज की. हमें इसी दौरान गेट्टी इमेजेज़ पर दो तस्वीरें मिली. एक तस्वीर जो वायरल तस्वीर के कोण से थोड़ा दायीं ओर से ली गयी है और दूसरा क्लोज़अप है. यहां और यहां देखें.