नहीं, 26 जनवरी पर राष्ट्रगान न बजाने पर बंद नहीं किये जाएंगे यु.पी के मदरसे
दावा किया जा रहा है कि, "26 जनवरी को जो मदरसा तिरंगा नही फहराएगा, राष्ट्रगान नही गायेगा उसपर लगेगा ताला."
"26 जनवरी को जो मदरसा तिरंगा नही फहराएगा, राष्ट्रगान नही गायेगा उसपर लगेगा ताला," उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश के रूप में वायरल हो रही यह पोस्ट्स फ़र्ज़ी हैं. ऐसा कोई आदेश पारित नहीं किया है.
बूम ने पाया कि वायरल दावे गलत हैं. मदरसों को बंद करने का कोई भी आदेश उत्तर प्रदेश सरकार ने नहीं दिया है. "यह सब फ़र्ज़ी खबरें हैं," उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार और माइनॉरिटी वेलफ़ेयर एंड वक़्फ़ डिपार्टमेंट के जॉइंट डायरेक्टर आर.पी सिंह ने बूम से कहा.
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कल भारत अपना 72 वां गणतंत्र दिवस मनाएगा. इसके पहले ही फ़ेसबुक पर फ़र्ज़ी खबरें वायरल हो रही हैं कि मदरसों में तिरंगा न फ़ेहराने और राष्ट्रगान न गाने पर ताला लगा दिया जाएगा. इन पोस्ट्स में लिखा है: "26 जनवरी को जो मदरसा तिरंगा नही फहराएगा, राष्ट्रगान नही गायेगा उसपर लगेगा ताला #योगी_बाबा_जी यू पी वाले# जय श्री राम."
नीचे कुछ पोस्ट्स देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें.
भाजपा के नाम पर वायरल इस पत्र को पार्टी ने फ़र्ज़ी बताया
फ़ैक्ट चेक
बूम ने गूगल पर इस तरह के आदेश खोजे पर कुछ नहीं मिला. हमनें पाया कि 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार के ही अंतर्गत मदरसा शिक्षा परिषद् ने 15 अगस्त के दिन मदरसों में तिरंगा फ़ेहराने, राष्ट्रगान गाने और वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए एक पत्र जारी किया था. हालांकि उस साल भी ऐसा ना करने पर कोई कार्यवाही करने के आदेश नहीं थे.
एन.डी.टी.वी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, "यह पत्र उत्तर प्रदेश मदरसा परिषद के रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता की ओर से जारी किया गया है. पत्र जारी करने वाले गुप्ता ने बताया, "यह आदेश सही है. इस तरह का लेटर पहली बार जारी नहीं किया गया है. समय-समय पर इसे जारी किया जाता है. मैं मदरसा शिक्षा परिषद का रजिस्ट्रार हूं तो लेटर जारी करना मेरी जिम्मेदारी है. इसे राजनीति से जोड़कर देखना सही नहीं है."
इसके बाद बूम ने उत्तर प्रदेश के माइनॉरिटी वेलफ़ेयर एंड वक़्फ़ डिपार्टमेंट के जॉइंट डायरेक्टर आर.पी सिंह से संपर्क किया. "इस तरह की सभी खबरें फ़र्ज़ी हैं. हाँ, स्टेट सेक्रेटरी सभी शिक्षा संस्थानों में इस राष्ट्रिय पर्व का आयोजन करने हेतु सम्बंधित आदेश जारी करते हैं. यह हर साल होता है. सभी मदरसों में तिरंगा फेहराया जाता है और राष्ट्रगान बजाया जाता है. हालांकि वायरल हो रही इस तरह की खबरें सामाजिक शांति भांग करने के उद्देश्य से बनाई जाती हैं, ऐसे कोई आर्डर नहीं होते. यह फ़र्ज़ी है," उन्होंने बूम से बताया.