देश में व्यापारियों के मुख्य संगठन द कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ((CAIT)) ने कल यानी 26 फ़रवरी को भारत बंद का आह्वान (Bharat Bandh 2021) किया है. शुक्रवार को बंद का यह आह्वान ईंधन की बढ़ती कीमतों (Fuel Prices), गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST), ई-बिल आदि के विरोध में किया गया है. कैट के भारत बंद का समर्थन ट्रांसपोर्ट सेक्टर के बड़े संगठन ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) ने भी किया है.
क्या रहेगा बंद
भारत बंद के दौरान बाज़ार पूरी तरह से बंद रहेंगे. हालांकि, ज़रूरी सामानों की बिक्री करने वाली दुकानों को बंद में शामिल नहीं किया गया है. इसके अलावा व्यापारी जीएसटी पोर्टल पर उस दिन लॉग इन नहीं करेंगे. देशभर के 8 करोड़ से अधिक छोटे-बड़े व्यापारी 26 फ़रवरी को भारत बंद में शामिल होंगे.
देश भर के सभी व्यावसायिक बाज़ार बंद रहेंगे क्योंकि 40,000 से अधिक व्यापारी संघ बंद में हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि व्यापारियों के इस बंद का परिवहन व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इससे केवल व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित रहने की संभावना है
सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए जारी की नई कोविड-19 गाइडलाइन्स
भारत बंद क्यों?
व्यापार संगठन कैट ने भारत सरकार और राज्य सरकारों से माल एवं सेवा कर (GST) के कठोर प्रावधानों को ख़त्म करने और ई-कॉमर्स कंपनी पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर 26 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है. इस दौरान देश भर में 1500 स्थानों पर 'आग्रह धरना' दिया जाएगा.
AITWA ने किया समर्थन
ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने भी ईधन की बढ़ती कीमतों और नए ई-वे बिल कानूनों के विरोध में कैट का समर्थन किया है. ट्रांसपोर्ट संगठनों के ऑफिस पूरी तरह से बंद रहेंगे. किसी प्रकार की माल की बुकिंग, डिलीवरी, लदाई/उतराई बंद रहेगी.
इसके अलावा सभी परिवहन कंपनियों को विरोधस्वरूप सुबह 6 से शाम के 8 बजे तक अपने वाहनों को पार्किंग में ही खड़ा रखने के लिए कहा गया है.
बेला चाओ: फ़ासिस्ट-विरोधी जड़ों से निकला गीत जो आंदोलनों की आवाज़ बन गया है