सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें वायरल हो रही हैं। यह दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के गोंडा में रहने वाली महिला की है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि इस महिला के साथ भारतीय कांग्रेस के नेता ने बलात्कार किया है। संदेश में आगे दावा किया गया है कि यह हिंदू महिला, उस मुस्लिम व्यक्ति को अपना भाई मानती थी। जबकि, घायल महिला की यह तस्वीर कानपुर के पास 2016 की घातक ट्रेन दुर्घटना से है। इस दुर्घटना में कई लोग मारे गए थे। वायरल हुई तस्वीर के साथ फैलाया गया संदेश कुछ इस प्रकार है, “यूपी के गोंडा में हिंदु महिला नीरू गौतम ने कांग्रेस नेता गफूर खान को अपना भाई माना था और राखी तक पहनाई । 27 अगस्त, सोमवार को गफूर खान ने निरू को कुछ काम के सिलसिले में घर बुलाया और निरू से बलात्कार करके मार पिटाई करके घर से भाग गया।
बूम ने पोस्ट के साथ टेक्सट और तस्वीर की खोज की और पाया कि कई लोगों ने इसे
ट्विटर और फेसबुक पर साझा किया है
यह विशेष पोस्ट ट्विटर पर साझा किया गया था लेकिन बाद में हटा दिया गया था।
गूगल रिवर्स इमेज खोज ने स्पष्ट परिणाम नहीं दिखाए हैं, लेकिन
यांडेक्स पर खोज करने पर हमने यही पाया की यह फोटो 2016 में हुई ट्रेन दुर्घटना की शिकार महिला का है। यह हादसा हाल के वर्षों में भारतीय रेल के इतिहास में सबसे खराब आपदाओं में से एक है। घटना के संबंध में और
यहां पढ़ें।
गजेट द्वारा भारत में 2016 रेल दुर्घटना के संबंध में छपे लेखों में से एक में यह तस्वीर छपी थी और साथ ही तस्वीर लेने वाले फोटोग्राफर का नाम भी दिया गया है। फोटोग्राफर का नाम एसोसिएटेड प्रेस (एपी) से राजेश कुमार सिंह दिया गया है। इस पर टिप्पणी के लिए बूम सिंह तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है। प्रतिक्रिया प्राप्त होने पर हम अपनी कहानी अपडेट करेंगे।
हमने तस्वीर को एसोसिएटेड प्रेस
वेबसाइट पर खोजा और वहां हमें एक संक्षिप्त वर्णन के साथ यही तस्वीर मिली। वेबसाइट पर लिखा गया था कि यह कानपुर के पास 2016 ट्रेन दुर्घटना से है।
बूम ने गोंडा पुलिस से भी संपर्क किया उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है और बताया कि इस संबंध में उन्होंने ट्वीट भी किया है। गोंडा पुलिस का ट्वीट स्पष्ट रूप से इस दावे को खारिज करता है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्वीट उद्धरण करते हुए रीट्वीट किया कि साइबर स्पेस में फर्जी खबर को फैलाने से रोकना चाहिए।
https://platform.twitter.com/widgets.js यह पहली बार नहीं है जब भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों को लक्षित करने के लिए किसी दुर्घटना पीड़ित की तस्वीरों का दुरुपयोग किया गया है। इस साल जुलाई में, बिहार के बक्सर क्षेत्र में, एक सड़क दुर्घटना में घायल एक नाबालिग लड़की की तीन वीभत्स तस्वीरें व्हाट्सएप और फेसबुक पर साझा की गई थी। तस्वीर में दावा किया गया था कि इस हिंदू लड़की के साथ राजस्थान में तीन मुस्लमानों ने बलात्कार किया और बाद में जान से मार दिया। (
फर्जी: एक सड़क दुर्घटना में मारी गई एक नाबालिग की तस्वीर को एक बलात्कार शिकार के रूप में साझा किया गया) ( कृतिका काले बूम की वीडियो प्रड्यूसर हैं और टेक्स्ट, इमेज और वीडियो के बुद्धिमान उपयोग के माध्यम से कहानियों पर काम करती है। वह हमारे प्रमुख शो Fact vs Fiction की निर्माता भी है )