मुंबई कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष संजय निरुपम ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पुरानी फोटोशॉप तस्वीर को ट्वीट किया है। इस तस्वीर में प्रधानमंत्री मोदी ढेर सारे व्यंजन खाते नजर आ रहे हैं। निरुपम ने फर्जी फोटो ट्वीट करते हुए जो लिखा उसे अक्सर प्रधानमंत्री द्वारा भ्रष्टाचार से निपटने के हिंदी में उद्धृत किया जाता है - न खाउंगा ना खाने दूँगा।
यहांनिरुपम के ट्वीट का संग्रहित संस्करण देखें। निरुपम द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर खराब तरीके से फोटोशॉप की गई है। टेबल का असहज दिखने वाला किनारा और प्रधान मंत्री के हाथ इस बात का खुलासा करते हैं। कई लोगों द्वारा ध्यान दिलाने के बावजूद कि तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है, निरुपम का ट्वीट अभी भी इस कहानी को लिखने के समय दिखाई दे रहा था और 2,200 से अधिक बार लाइक किया गया है और 600 रीट्वीट किया गया है।
बूम रिवर्स इमेज सर्च के माध्यम से मूल तस्वीर खोजने में सक्षम रहा है। हमने मूल तस्वीर को
TimesContent.com के फोटो अर्काइव में पाया। तस्वीर के विवरण में बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 नवंबर, 2008 को गांधीनगर, गुजरात में पत्रकारों के लिए आयोजित वार्षिक दिवाली लंच पार्टी के दौरान अपने भोजन का आनंद ले रहे हैं।
अपडेट: बूम की कहानी के बाद संजय निरुपम ने कहा कि उनका ट्वीट मजाक में किया गया था और इसे गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए। कुछ दिनों पहले नरेंद्र मोदी की एक अन्य फोटोशॉप की गई तस्वीर का पर्दाफाश किया गया है। इस तस्वीर में उन्हें गैर शाकाहारी खाना खाते हुए दिखाया गया था। पिछले साल. अप्रैल में इसी कार्यक्रम की एक तस्वीर वायरल हुई थी,जिसमें नरेंद्र मोदी को गोमांस खाते हुए दिखाया गया था। उस समय नकली समाचार का खुलासा करने वाले
SMHoaxslayerने इस तस्वीर को फर्जी बताया था। बता दें कि प्रधानमंत्री शाकाहारी हैं। यह पहली बार नहीं है कि संजय निरुपम ने फर्जी तस्वीर साझा की है। 2016 में भी निरुपम ने एक फोटोशॉप की गई तस्वीर साझा की थी, जिसमें दावा किया गया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य इंग्लैंड की रानी को गार्ड ऑफ ऑनर यानी सम्माद दे रहे हैं। इसमें दो अलग-अलग तस्वीरों को एक तस्वीर में संग्रथित किया गया है। इस फर्जी तस्वीर का खुलासा एक बार फिर
SMHoaxslayer द्वारा किया गया था। फोटो
( कृतिका काले बूम की वीडियो प्रड्यूसर हैं और टेक्स्ट, इमेज और वीडियो के बुद्धिमान उपयोग के माध्यम से कहानियों पर काम करती है। वह हमारे प्रमुख शो Fact vs Fiction की निर्माता भी है )