मालूम होता है की नागपुर के ज़िलाधिकारी पद से संबद्धित फ़ेक न्यूज़ का वायरल होना इतनी जल्दी नहीं रुकने वाला | पिछले साल ये पद तब सुर्ख़ियों में आया था जब एक पांच मिनट के वीडियो क्लिप में एक व्यक्ति को यह कहते दिखाया गया था कि गीता को कचरे के डब्बे में फेंक देना चाहिए | वीडियो में बोलते शख्स को नागपुर का तत्कालीन ज़िलाधिकारी बताया गया था | गौरतलब है की भागवद गीता हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण धर्मग्रन्थ है |
Full View जब यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा तब ऐ.बी.पि. न्यूज़ ने अपने वायरल सच सेगमेंट पर इसकी पोल खोली थी | इस वीडियो में बताया गया था कि उस समय, यानी की जुलाई 2017 में, नागपुर के ज़िलाधिकारी सचिन कुर्वे थे |
फिर वीडियो में दिख रहा शख्स कौन है ? जिस शख्स ने ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था उसने खुद ही बूम का काम काफी आसान कर दिया क्यूंकि इस पोस्ट में शेयर किये गए वीडियो में बोलते हुए शख्स का नाम भी लिखा था - धीमन विजय मानकर | आपको बता दे की अक्टूबर 28 , 2018 , को दिलीप सिंह नाम के शख्स के फ़ेसबुक प्रोफाइल से ये वीडियो एक बार फिर से शेयर किया गया | रिपोर्ट लिखे जाने तक इसे तक़रीबन 2,000 से ज़्यादा शेयर्स और 27,000 से ज़्यादा व्यूज मिल चुके थे | इसी पोस्ट को सुनील साहनी के फ़ेसबुक पेज से भी शेयर किया गया है | बूम ने गूगल सर्च किया तो पता चला की मानकर अम्बेडकराईट पार्टी ऑफ़ इंडिया के संस्थापक नेशनल प्रेसिडेंट हैं | मानकर अंबेडकर के मूल्यों की काफी मुखरता से प्रचार करते हैं और यह वीडियो भी उनके द्वारा दिए गए एक स्पीच से क्लिप किया गया है | हालाँकि बूम को मानकर द्वारा दिए गए इस स्पीच का पूरा वीडियो नहीं मिल सका पर ऐ.बी.पि. न्यूज़ ने वायरल सच में इस बात का उल्लेख किया है की वीडियो दिसंबर 2014 का है | आपको यह भी बता दे की फिलहाल नागपुर के ज़िलाधिकारी और जिला मजिस्ट्रेट आश्विन मुद्गल हैं | बूम ने इस मुद्दे पर मानकर के विचार जानने के लिए उन्हें फ़ेसबुक पर मैसेज भी किया है और उनका जवाब आते ही हम रिपोर्ट को अपडेट करेंगे |