सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है की कोलकाता के निल रतन सरकार (एनआरएस) मेडिकल कॉलेज में कार्यरत डॉक्टर परिबाह मुख़र्जी की मृत्यु हो गयी | ज्ञात रहे की मुख़र्जी पर एक वृद्ध मुहम्मद सईद के रिश्तेदारों ने सईद की मौत के चलते हमला किया था | आपको बता दें की यह दावा फ़र्ज़ी है |
निल रतन सरकार (एनआरएस) मेडिकल कॉलेज में पचहत्तर (75) वर्षीय मुहम्मद सईद 10 जून को भर्ती हुए थे | सईद की जान नहीं बच पाने के चलते उनके परिवार वालों ने उस अस्पताल में इंटर्नशिप कर रहे और सईद का इलाज़ कर रहे डॉक्टरों, परिबाह मुख़र्जी और यश टेकवानी, के साथ मारपीट की जिसमे परिबाह के सर में गहरी चोट आयी |
इस हादसे के बाद एनआरएस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और सईद के परिवारजनों के बीच झगड़ा बढ़ता गया | द टेलीग्राफ़ ने एक लेख में डॉक्टरों, परिवारजनों और पुलिस के पक्षों को लिखा है | इस रिपोर्ट को आप यहाँ पढ़ सकते हैं | सोशल मीडिया पर जो दावे वायरल हो रहे हैं उन्हें आप नीचे देख सकते हैं |
इस पोस्ट को आप यहाँ और इसके आर्काइव्ड वर्शन को यहाँ देखें |
इस पोस्ट को आप यहाँ और इसके आर्काइव्ड वर्शन को यहाँ देखें | फ़ेसबुक पर वायरल इसी तरह के और दावे यहाँ देखें | यह दावे ट्विटर पर भी वायरल हैं जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं | इस पेज का आर्काइव्ड वर्शन यहाँ उपलब्ध है |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने एनआरएस मेडिकल कॉलेज के एक छात्र सौरव दत्ता से बात की जिसने इस दावे को ख़ारिज करते हुए कहा, "नहीं, यह ख़बर बकवास है | परिबाह अच्छी तरह से ठीक हो रहा है | उसकी मौत की किसी भी तरह की ख़बर फ़र्ज़ी है |"
हमें इस हादसे के तीन दिन बाद रिकॉर्ड हुआ परिबाह का एक वीडियो भी मिला जिसमें बांग्ला में उन्होंने कहा है की वे ठीक हैं | आप वीडियो नीचे देख सकते हैं |
बूम ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सांतनु सेन से भी बात की जिन्होंने कहा की यह दावे ग़लत है | उन्होंने कहा, "मैं परिबाह से मिलने हॉस्पिटल भी गया था और उन सर्जनों से भी बात की जो परिबाह का इलाज कर रहे हैं | वह अब ठीक हो रहा है " सेन ने आगे कहा की इस तरह से परिबाह की मौत की अफ़वाहें फैलाना सही बात नहीं है और इसमें जो सांप्रदायिक कोण है वो भी एकदम बकवास है |
डॉक्टर सेन ने कहा: परिबाह फिलहाल हादसे के बाद के सदमे से गुज़र रहा है | हम उसके ज़ल्द ठीक होने की कामना करते हैं | बूम को कुछ ऐसे रिपोर्ट्स भी मिले जिसमें परिबाह के परिवारजनों ने इस बात की पुष्टि की है की वे ठीक हो रहे हैं |
द टेलीग्राफ़ ने एक रिपोर्ट में लिखा है की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जूनियर डॉक्टरों के साथ एक बैठक करने के बाद परिबाह से मिली | उन्होंने परिबाह की तबियत का जायज़ा लिया और यह भी भरोसा दिलाया की उसके इलाज़ में होने वाला ख़र्च राज्य सरकार उठाएगी | ममता ने परिबाह का इलाज़ कर रही डॉक्टरों की टीम से यह भी कहा की परिबाह के माथे पर चोट का निशान यदि न जाए तो प्लास्टिक सर्जरी करें पर डॉक्टरों ने कहा की परिबाह अभी जवान है और समय लगेगा पर निशान चला जाएगा | इस लेख के लिखने तक परिबाह की तबीयत तेज़ी से ठीक हो रही है |
यह पूरा मामला क्या है ?
मुहम्मद सईद को 10 जून को एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद उनकी मौत हो गयी | सईद के परिवारजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया और सईद के साथ आये लोगों ने ड्यूटी पर इंटर्नशिप कर रहे डॉक्टरों को मारा जिसके चलते मामला गरमा गया और पुलिस को लाठी चार्ज करके बात को संभालना पड़ा | इस हादसे के बाद एनआरएस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल की जिसके चलते प्रोफेसर सैबल कुमार मुख़र्जी (प्राचार्य) और प्रोफेसर सौरभ चट्टोपाध्याय (मेडिकल अधीक्षक और उप प्राचार्य) ने त्यागपत्र दे दिया, जैसा की बिज़नेस स्टैण्डर्ड के एक रिपोर्ट में लिखा गया है |
इस घटना ने पूरे देश में ड्यूटी के समय डाक्टरों की सुरक्षा पर सवाल उठाये | हड़ताल के दौरान, सिर्फ़ पश्चिम बंगाल में 500 डॉक्टरों ने त्यागपत्र दिया | बूम ने ऐम्स दिल्ली के एक डॉक्टर अनिल शेखावत का ट्विटर हैंडल देखा जिसपर उन्होंने बंगाल हड़ताल का समर्थन करते हुए एक पत्र पोस्ट किया था जो रेसिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन की तरफ़ से था | आप यह पोस्ट नीचे देख सकते हैं |
हालांकि द टेलीग्राफ़ के अनुसार ममता बनर्जी से बातचीत करने और उनके डॉक्टरों द्वारा उठाई गयी मांगों को मानने के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल को ख़त्म करने का ऐलान किया | अपने द्वारा उठाए गए क़दमों का ब्यौरा ममता ने गवर्नर केसरी नाथ त्रिपाठी को भी भेजा है |