सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज के नाम से एक ग्राफिक वायरल हो रहा है. इस ग्राफिक में ग्लोबल न्यूज के हवाले से दावा किया गया है कि 'हिंदू लड़कियों को संतुष्टि सिर्फ मुस्लिम लड़कों से ही मिलती है.'
वायरल पोस्ट कार्ड में एक AI जनरेटेड तस्वीर है. इसमें नीचे की तरफ हिंदू लड़कियों और मुस्लिम लड़कों से जोड़कर एक निराधार दावा किया गया है. इसपर न्यूज आउटलेट एबीपी लाइव का लोगो मौजूद है.
एक्स पर एक वेरिफाइड यूजर दिव्या कुमारी ने ग्राफिक को पोस्ट करते हुए लिखा, 'इसका सबूत है बागेश्वर बाबा की बहन और कई बीजेपी नेताओं की बहन-बेटियां.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि एबीपी के नाम पर हिंदू लड़कियों और मुस्लिम लड़कों को लेकर शेयर किया जा रहा ग्राफिक AI जनरेटेड है. एबीपी न्यूज ने ऐसा कोई ग्राफिक जारी नहीं किया है.
हमने गूगल पर ग्लोबल न्यूज के इस दावे से संबंधित कीवर्ड्स सर्च किए पर हमें कोई विश्वसनीय परिणाम नहीं मिला. एबीपी न्यूज के आधिकारिक एक्स और इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस ग्राफिक की तलाश करने पर हमने पाया कि एबीपी न्यूज ने ऐसा कोई पोस्ट जारी नहीं किया है.
एबीपी न्यूज ने ग्राफिक को फर्जी बताया
एबीपी न्यूज ने एक्स पर इस संदर्भ में स्पष्टिकरण जारी करते हुए बताया है कि वायरल पोस्ट कार्ड फर्जी है. इस तरह की कोई भी पोस्ट एबीपी न्यूज के सोशल मीडिया हैंडल से शेयर नहीं की गई है.
पोस्ट में एबीपी ने लिखा, "आपसी सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से कुछ असामाजिक तत्व ऐसी पोस्ट शेयर कर रहे हैं. हम ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. आपसे अनुरोध है कि फर्जी खबरों से बचें और सही खबरों के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल पर ही भरोसा करें."
हमने गौर किया तो पाया कि वायरल ग्राफिक का फॉन्ट भी एबीपी न्यूज के सोशल मीडिया पर शेयर किए ग्राफिक के फॉन्ट से मेल नहीं खाता.
ग्राफिक एआई जनरेटेड है
हमने एआई डिटेक्टर टूल TrueMedia पर इस पोस्ट कार्ड की पड़ताल की. टूल के मुताबिक इसे AI की मदद से बनाया गया है.
इसके अलावा, बूम के साथ की गई बातचीत में एबीपी न्यूज की सोशल मीडिया टीम ने बताया, "ये पोस्ट कार्ड फेक है. किसी ने हमारे फॉर्मेट को कॉपी करने की बहुत बुरी कोशिश की है."
बूम इससे पहले भी एबीपी न्यूज के नाम पर हिंदू लड़कियों और मुस्लिम लड़कों से संबंधित इसी तरह के फेक पोस्ट कार्ड का फैक्ट चेक कर चुका है. रिपोर्ट यहां पढ़ी जा सकती है.