फ़ेसबुक पर वायरल एक फ़ोटोशॉप्ड तस्वीर जो वास्तव में एन.डी.टी.वी के एक लेख का स्क्रीनशॉट है, फ़र्ज़ी है | लेख की हैडलाइन में लिखा है, "2 करोड़ में लिखवाया बुर्ज खलीफा पर अपना नाम, पैसे देने की बारी आयी, अब फ़ोन नहीं रिसीव कर रहे शाह रुख खान |"
यह ख़बर फ़र्ज़ी है और उस समय वायरल हो रही है जब हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने अपना 54वां जन्मदिन मनाया है | एक दूसरे फ़ेसबुक यूज़र ने लिखा: "ये क्या हो गया सच्चा मुसलमान कभी ऐसा नही कर सकता तो इसका मतलब क्या समझा जाये शाहरुख खान सच्चे मुसलमान नही है ओ भी मात्र दो करोड़ रुपये के लिए ..! #ShahRukhKhanBirthday"
आप नीचे कुछ ऐसी पोस्ट्स देख सकते हैं | इनके आर्काइव्ड वर्शन यहाँ और यहाँ देखें |
यह फ़ोटोशॉप्ड तस्वीर ट्विटर पर भी कई बार रीट्वीट की जा चुकी है |
हालांकि, यह उत्सव नवंबर 2, 2019 को शाहरुख़ खान के जन्मदिवस पर मनाया गया था और इस अवसर पर कई लोगों ने खान को बधाइयां दी थी |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले एन.डी.टी.वी इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर कीवर्ड खोज की और पाया की शाहरुख़ खान के जन्मदिन पर कुछ लेख प्रकाशित किये गए हैं |
जिस लेख की हैडलाइन को फ़ोटोशॉप से बदला गया है उसका वास्तविक वाक्य है: "शाहरुख खान के रंग में रंगा दुबई का 'बुर्ज खलीफा', देखने पहुंची लोगों की भारी भीड़…देखें वायरल वीडियो" |
इस तरह के उत्सव और बुर्ज ख़लीफ़ा में होने वाले लाइट शो के सन्दर्भ में बूम ने एमार नामक कंपनी को संपर्क किया है | यह कंपनी बुर्ज ख़लीफ़ा पर होने वाले इन कार्यक्रमों को संभालती है | एमार की प्रवक्ता चांदनी जयकुमार चुघ ने बताया, "शाहरुख़ खान की जन्मदिन बधाई के लिए बुर्ज ख़लीफ़ा पर किया गया प्रदर्शन भुगतान किया हुआ नहीं था."
इसके अलावा लेख में लिखा है, "नई दिल्ली: बॉलीवुड के किंग यानी शाहरुख खान ने 2 नवंबर को अपना 54वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया. इस दौरान उन्हें दुनिया भर से ढेरों बधाइयां मिली. एक तरफ जहां शाहरुख खान के बर्थडे पर देशभर में उनके लिए फैन्स में दीवानगी देखी गई. शाहरुख खान के फैन्स आधी रात 'मन्नत' के बाहर बॉलीवुड के किंग को जन्मदिन की बधाइयां देने पहुंचे. वहीं, दूसरी ओर दुबई में भी किंग ऑफ रोमांस का बर्थडे बहुत ही धूमधाम के साथ सेलिब्रेट किया गया. दरअसल, दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा के जरिए शाहरुख खान को बर्थडे की शुभकामनाएं दी गई."
हमनें फ़र्ज़ी स्क्रीनशॉट और वास्तविक लेख की तुलना की जिसमें हमें कई असमानताएं देखने को मिली | इसमें से 'र', 'क' और 'न' अक्षरों की असमानताएं जाहिर तौर पर दिखती हैं |