Claim
ये जो लाल रंग के घेरे में इनको ज़रा ध्यान से देखो ये वही लोग हैं जो साहिन बाग में शामिल थे.
Fact
बूम पहले भी तस्वीर के साथ किये गए दावे का खंडन कर चुका है. वायरल पोस्ट की पहली तस्वीर के बारे में जांच करने पर हमने पाया था कि तस्वीर पंजाब के लुधियाना की है, जिसमें नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन (उग्राहन) के नेता हैं. बीकेयू नेता ने तब बूम से पुष्टि की थी कि यह तस्वीर मलेरकोटला में एंटी-सीएए प्रदर्शन के दौरान ली गई थी. बूम ने दूसरी तस्वीर की जांच के दौरान पाया था कि यह तस्वीर वास्तव में शाहीन बाग प्रोटेस्ट से है, लेकिन हालिया नहीं है. हमें यह तस्वीर बीकेयू उग्राहन के फ़ेसबुक पेज पर फ़रवरी 2020 में पोस्ट हुई मिली. बूम ने स्वतंत्र रूप से तस्वीर की लोकेशन की भी जांच की थी. हमनें बीकेयू महिला मोर्चा प्रेजिडेंट हरिंदर कौर बिंदु से संपर्क किया था, जिन्होंने बताया था कि यह तस्वीर शाहीन बाग़ की है जब बीकेयू के कई सदस्य नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शन में लंगर खिलाने जाते थे.