Claim
"साधु की जटाओं को इस मुल्ले ने इसीलिए काट दिया क्योंकि वो उनके इलाके से निकल कर जा रहे थे उनके साथ मारपीट भी की गई यदि यही किसी मुल्ले मौलवी की दाढ़ी पकड़ कर किसी हिन्दू ने कर दिया होता तो अभी तक देश का लोकतंत्र खतरे में आ जाता,आखिर एकतरफा सेक्युलरिजम कब तक?"
Fact
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा ग़लत है. यह घटना मध्यप्रदेश के खंडवा ज़िले के खालवा थाना स्थित पटाजन कस्बे की है. उसी इलाक़े में होटल चलाने वाले रामदास गौर के बेटे प्रवीण गौर ने भिक्षा मांग रहे एक साधु की पिटाई कर दी और पास के ही सैलून में ले जाकर साधु की जटाएं काट दीं. बूम को स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी मुस्लिम धर्म का नहीं है. साधु से मारपीट करने वाले और बाल काटने वाले व्यक्ति का संबंध हिंदू धर्म से है. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें.