Claim
"ये वीडियो प्रशासन तक जाना चाहिए ये देवरिया के सकरापार कि घटना है दलित के लड़के और लड़की को निर्वस्त्र कर मार रहे है फसल काटने नही आया इसलिए एक अनुसूचित जाति के युवक की निर्दयता से पिटाई की गई और सुप्रीम कोर्ट कहता है अधिनियम का दुरूपयोग होता है ,एक दूसरे अन्य साथी ने इस पिटाई का वीडियो बनाया । इसे इतना शेयर करे की सुप्रीम कोर्ट सोचने को मजबूर हो जाए"
Fact
यह वीडियो करीब तीन साल पुराना है | पहले भी कई बार इसके साथ फ़र्ज़ी दावे किये गए हैं | बूम ने ऐसा ही एक दावा 2019 में ख़ारिज किया था | यह वीडियो दरअसल राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के शम्भूपुरा गांव में 2017 में रिकॉर्ड किया गया था | हिंदुस्तान टाइम्स में छपे एक रिपोर्ट से हमें पता चला की वीडियो में नग्नावस्था में दिख रहे लड़का और लड़की दूर के रिश्तेदार (cousin) थे तथा आपस में प्रेम सम्बन्ध बन जाने की वजह से गुजरात भाग गए थे ताकि घर वालो से बच सकें | गांव वालों ने बाद में इन्हें वापस लाकर सज़ा के तौर पर नग्नावस्था में गाँव के चक्कर लगवाए थे | हिंदुस्तान टाइम्स को पुलिस ने उस वक़्त बताया था की वो घटना की जांच कर रहे हैं और इस सिलसिले में कुछ लोगो से पूछताछ भी चल रही है | हमारा पूरा लेख नीचे पढ़ें |