नग्न अवस्था में जोड़े का वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल
दावा है की ओडिशा में क्रिस्चनों के साथ किया जा रहा है ऐसा वर्ताव
दो साल पुरानी वीडियो क्लिप जिसमें एक जोड़े का नग्न अवस्था में जुलूस निकाला गया था झूठे दावों के साथ शेयर की जा रही है | फ़र्ज़ी दावे में कहा जा रहा है की यह ओडिशा में क्रिस्चियन लोगों के साथ किया जा रहा अत्याचार है | @MICKYLEAKS_MGR नामक ट्वीटर यूज़र ने बूम को टैग करते हुए यह वीडियो शेयर किया | हालांकि उन्होंने कोई विशिष्ट दावा नहीं किया |
वीडियो में एक जोड़े को नग्न अवस्था में चलते हुए देखा जा सकता है जो एक भीड़ से घेरे गए हैं | भीड़ उन दोनों का मज़ाक उड़ा रही है, सुना जा सकता है | कई लोग उन्हें डंडियों से मार भी रहे हैं |
वीडियो देखने पर बूम ने यह पाया की एक ऑडियो अलग से जोड़ा गया है जो तेलुगु में है | ऑडियो में कहा जा रहा है की देखिये भारत में क्रिस्चनों के साथ कैसा व्यवहार होता है |
तेलुगु में आगे कहा गया है की क्रिस्चियन जोड़े को ओडिशा में नग्न अवस्था में चलाया गया |
हम वीडियो को लेख में नहीं जोड़ रहे हैं क्योंकि यह परेशान करने वाला है |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने एक रिवर्स इमेज सर्च चलाया जिससे हमें जनसत्ता द्वारा 2017 में किया हुआ एक फ़ैक्ट चेक मिला जिसमें इसी वीडियो का स्क्रीनशॉट इस्तेमाल किया गया था | जनसत्ता के लेख के अनुसार, यह वीडियो राजस्थान में बांसवाड़ा ज़िले के शम्भूपुरा गांव में 19 अप्रैल, 2017 में शूट किया गया था |
लेख में इसका भी उल्लेख किया गया है की 2017 में गुजरात की घटना के रूप में यही वीडियो वायरल हुआ था | बूम को हिंदुस्तान टाइम्स का एक लेख मिला जिसमें वास्तविक घटना का विस्तार से वर्णन है | हिंदुस्तान टाइम्स के लेख के अनुसार, एक शख़्स अपनी कजिन के साथ प्रेम सम्बन्ध के चलते गुजरात भाग गया था ताकि परिवार के गुस्से से बच सकें |
इसके बाद उन्हें बापस लाया गया और पीटा गया फिर नग्न अवस्था में पैदल चलाया गया |
पुलिस ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, "गांव में खाप-जैसा निर्देश जारी हुआ था की इस जोड़े को सबक सिखाया जाए क्योंकि वो भाई बहन होने के बाद भी रिश्ते में थे | परिवार वालों का कहना था की उनके पास कोई और रास्ता नहीं था केवल चुप रहने के अलावा."
एन.डी.टी.वी द्वारा यूट्यूब पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में देखा जा सकता है की पुलिस अत्याचार करने वालों को ले जा रही है |