Claim
“अडवाणी जी का ज़मीर जाग गया, अंधे भगतो का कब जागेगा पता नहीं.”
Fact
बूम ने अपनी जांच में पाया कि बीजेपी-आरएसएस और नरेंद्र मोदी विरोधी ट्वीट लालकृष्ण आडवाणी के नाम पर बने एक फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल से किया गया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नाम पर बने इस हैंडल को ट्विटर ने सत्यापित नहीं किया है. हमें अपनी जांच के दौरान एलके आडवाणी का कोई वेरिफ़ाइड ट्विटर हैंडल नहीं मिला. बूम पहले भी इस ट्विटर हैंडल से किये गए ट्वीट का फ़ैक्ट चेक कर चुका है. तब हमने जांच के दौरान पाया था कि हैंडल की पूरी टाइमलाइन में नरेंद्र मोदी, अमित शाह और बीजेपी के विरोध में कई ट्वीट्स हैं. यही नहीं कुछ ट्वीट्स ऐसे भी थे जिसमें आडवाणी का मखौल बनाया गया था. इससे पुष्टि होती है कि हैंडल एलके आडवाणी का नहीं है. हमने ये भी पाया कि ये हैंडल फ़िलहाल ट्विटर पर मौजूद नहीं है.