Claim
“दिल्ली के इंडिया गेट पर कुल 95,300 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम हैं. मुसलमान : 61395, सिख : 8050, पिछड़े : 14482, दलित : 10777, सवर्ण : 598, संघी : 00, और कुछ बेशर्म लोग मुसलमानों को गद्दार कहते हैं, जबकि ख़ुद इनका इतिहास अंग्रेज़ों की मुखबिरी करते गुजरी है.”
Fact
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा ग़लत है. इंडिया गेट एक युद्ध स्मारक है जिसे तत्कालीन ब्रिटिश भारतीय सेना के सैनिकों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया था जो प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए थे. इंडिया गेट में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान मारे गए सेनानियों के नाम अंकित नहीं है. बूम पहले भी इस वायरल दावे को ख़ारिज कर चुका है.