Claim
“इंग्लैंड के बर्मिंघम में मंदिर पर हमला करने वाले मोहमद रिजवान को पुलिस थाने से अदालत लेकर जा रही हमले के आरोपी को जमकर कुटा भीड़ ने ...भीड़ की एकता देख इंग्लैंड पुलिस की सांसे फूल गई.... 🤢🤮 हमारे से लाख गुना बेहतर हमारे NRI हिन्दू लग रहे हैं”
Fact
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है. ईरान में हिजाब नहीं पहनने की वजह से गिरफ़्तार की गई 22 वर्षीया महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. महसा की मौत से गुस्साए लोगों ने लंदन में भी विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान लंदन के नार्थ वेस्ट के किलबर्न में पुलिस की मौजूदगी में ही कुछ लोगों ने एक व्यक्ति के ऊपर हमला कर दिया था. इसके बाद यह विरोध प्रदर्शन काफ़ी हिंसक हो गया था. बूम पहले भी वायरल वीडियो का फ़ैक्ट चेक कर चुका है. नीचे पढ़ें.