Claim
सोशल मीडिया पर शिरडी साईं बाबा के मंदिर के नाम पर एक वीडियो वायरल है. वीडियो में कुछ लोग दान पेटी से रुपये निकाल कर बोरे में भरते दिख रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने इसके साथ सांप्रदायिक दावा (आर्काइव लिंक) किया और लिखा, 'क्या हम ये मान के चलें कि यही पैसा आतंकी फंडिंग और हिंदुओं पर पत्थर मरने के लिए फंड होता है? तो हमारे हिंदू मंदिरों का पैसा क्या होता है? शिरडी साईं की झोली में डाली गई हिंदुओं की कमाई कहां जा रही है खुद ही देख लो! इसको इतना वायरल करो कि देश के एक-एक हिंदू तक पहुंचे जोकि आंखे होते हुए भी अंधे बने हैं..'
Fact
बूम ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वीडियो शिरडी साईं मंदिर का नहीं बल्कि बांग्लादेश के किशोरगंज में स्थित पगला मस्जिद का है. वीडियो में दिख रही बोरियों को गौर से देखने पर हमने पाया कि उसमें बांग्ला में एक टेक्स्ट लिखा हुआ है. बांग्ला में संबंधित कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें इसे किशोरगंज के ऐतिहासिक पगला मस्जिद का बताया गया था. और सर्च करने पर हमें 'जागो न्यूज' नाम के यूट्यूब चैनल पर भी एक वीडियो मिला, जिसमें वायरल वीडियो वाले विजुअल्स मौजूद थे. 6 मई 2023 को अपलोड किए गए इस वीडियो रिपोर्ट में बताया गया कि पगला मस्जिद की दान पेटी में लगभग 5.5 करोड़ बांग्लादेशी टका की दान राशि प्राप्त हुई थी.
6 मई 2023 की कालेर कंठो की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया कि 'किशोरगंज की पगला मस्जिद के संदूक को 118 दिनों के बाद खोला गया. उसमें आठ दान पेटी और 19 बोरी नगद राशि मिली, जो 55.9 मिलियन टका थी. इसने आश्चर्यजनक रूप से मस्जिद को मिले दान के पिछले सभी रिकॉर्डों को तोड़ दिया था.' बूम इस वीडियो का फैक्ट चेक इससे पहले साल 2023 में भी कर चुका है. उस समय भी यह शिरडी साईं मंदिर के दावे से वायरल था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़ें-