Claim
“असम के कांग्रेस नेता अमजात अली सेब की पेटी में हथियार और गोलियां के साथ हिरासत में लिए गए. हिन्दुओं से भाईचारा निभाने का प्लान था बस पुलिस ने सब गड़बड़ कर दी.”
Fact
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर दो अलग-अलग घटनाओं से हैं और इनका आपस में कोई संबंध नहीं है. तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है. पहली तस्वीर, जिसमें पुलिसकर्मियों से घिरे एक मुस्लिम युवक को हथकड़ी पहने देखा जा सकता है, बांग्लादेश के म्यमेंसिंग ज़िले के त्रिषाल से है. यह घटना साल 2018 की है. तस्वीर में दिख रहे युवक की पहचान मोबारक मोबशीर हुसैन के रूप में हुई है, जिसे एक नाबालिग लड़की का यौन-उत्पीड़न करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ़्तार किया था. जबकि, हैंड ग्रेनेड्स और सेब की पेटी वाली दूसरी तस्वीर कश्मीर से हैं. यह जम्मू-कश्मीर पुलिस और संदिग्ध आतंकियों के बीच 29 अक्टूबर 2018 को हुए एक मुठभेड़ के बाद ली गयी है. इस मुठभेड़ में पुलिस ने तीन संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ़्तार किया था और उनकी कार से सेब की पेटियां बरामद की थी, जिसके अंदर फलो की आड़ में हैंड ग्रेनेड्स और बंदूक की गोलियां छुपाई गई थीं.