सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी दावे के साथ एक वीडियो क्लिप बड़े पैमाने पर वायरल है। वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के एक पुलिसकर्मी की कार से मुस्लिम (Muslim) युवक की बाइक लगने पर पुलिसकर्मी ने मुस्लिम युवक की माँ पर गोली चला दी (shot)।
बूम ने रोहिणी के डीसीपी पी.के मिश्रा से संपर्क किया, जिसमें उन्होंने वायरल दावे को ख़ारिज किया और इसमें किसी प्रकार के साम्प्रदायिक एंगल होने से इनकार कर दिया।
क़रीब एक मिनट की इस वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि 4-5 लोग पुलिसकर्मी को घेरे हुए हैं, तभी गोली चलने की आवाज़ आती है और एक महिला (lady) दूसरी महिला के गले लगते हुए गिर जाती है। अफ़रातफ़री के बीच पुलिसकर्मी को अपनी जेब में पिस्टल रखते हुए भी देखा जा सकता है। घायल महिला को आननफ़ानन में स्कूटर में बिठाकर संभवतः अस्पताल ले जाया जाता है।
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा कि "दिल्ली पुलिस ने की क्रूरता की हद पार गाड़ी से थोड़ा लगने पर मुस्लिम युवक के माँ पर चला दी गोली!!!"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
फ़ेसबुक पर वीडियो बड़ी तादाद में शेयर किया जा रहा है।
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो को कीफ़्रेम में तोड़कर गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो इस घटना से जुड़ी कई समाचार रिपोर्ट मिलीं। हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला में 26 नवंबर 2020 को छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़ उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली में भीड़ से घिर जाने और थप्पड़ मारे जाने के बाद दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिसमें एक महिला घायल हो गई है।
वहीं, अंग्रेजी वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रोहिणी में पार्किंग विवाद में हस्तक्षेप करने गए बीट कांस्टेबल ने गलती से महिला के पैर में गोली मार दी।
बूम ने पूरे मामले को समझने और वायरल दावे के सत्यापन के लिए रोहिणी के डीसीपी प्रमोद कुमार मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि 25 नवंबर को शिकायतकर्ता वंदना ने बीट कांस्टेबल पुनीत शर्मा को रोहिणी के सेक्टर 16 में जनता फ़्लैट में अपने वृद्ध माता-पिता के घर के सामने वाहनों की पार्किंग और घर के प्रवेश द्वार में रुकावट के सिलसिले में कॉल किया। इसपर कांस्टेबल पुनीत संज्ञान लेते हुए मौक़े पर पहुंचे, जहां पहली मंज़िल में रहने वाले परिवार के रिश्तेदार कांस्टेबल से उलझने लगे।
वे शिकायतकर्ता के आग्रह पर आने के लिए कांस्टेबल को धमकाने लगे। पुनीत शर्मा के अनुरोध के बावजूद वे लोग उससे लड़ने लगे और उसके साथ हाथापाई भी करने लगे। उनमें से कुछ ने कांस्टेबल के फ़ोन, गाड़ी की चाबी और यहां तक कि उसकी सर्विस पिस्टल को भी छीनने की कोशिश की, इसके बाद उसने ज़मीन पर चार राउंड की फ़ायरिंग की। उसमें से एक गोली ज़मीन से टकराने के बाद डिफ्लेक्ट हो गयी और 40 वर्षीय मधु के पैर की छोटी उंगली पर चोट लग गयी। उसे तुरंत बीएसए अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया।"
कांस्टेबल पुनीत शर्मा वहां से निकलने में सफल रहे और थाने में सूचना दी। डीसीपी ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी के साथ मारपीट, ड्यूटी बाधित करने पर उन लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच चालू है।
डीसीपी मिश्रा ने साफ़ शब्दों में कहा कि यह दो परिवार के बीच पार्किंग को लेकर विवाद था। इसमें किसी तरह साम्प्रदायिक एंगल नहीं है।
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