क्या यह तस्वीर पीएम मोदी और जशोदाबेन की शादी की है?
बूम ने पाया कि यह तस्वीर 1994 की है जब नरेंद्र मोदी गुजरात के एक पूर्व मंत्री की पुत्री अल्पा चपतवाला की शादी में शामिल हुए थे।
साल 1994 में गुजरात (Gujarat) के पूर्व मंत्री हेमंत चपतवाला की बेटी अल्पा की शादी में शरीक़ हुए तात्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की एक तस्वीर को फ़र्ज़ी दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह मोदी और उनकी पत्नी जशोदाबेन की तस्वीर है।
मंगलवार को पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी (Swati Chaturvedi) ने तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया, "क्या ऐसा लगता है कि जबरन बाल विवाह (wedding) किया गया था? फिर भी, मोदी ने इसे गुजरात के सीएम के रूप में अपनी अनिवार्य घोषणा पर कभी घोषित नहीं किया।" चतुर्वेदी उन साक्षात्कारों का उल्लेख कर रही थी जहां जशोदाबेन ने कथित तौर पर कहा था कि वह 17 वर्ष की थीं जब उन्होंने मोदी से शादी की थी।
बूम ने पाया कि तस्वीर में जशोदाबेन नहीं दिख रही हैं और महिला गुजरात के पूर्व मंत्री हेमंत चपतवाला की बेटी अल्पा वांकवाला (अब चपतवाला) है। हमने भारतीय जनता पार्टी के सूरत में दक्षिण गुजरात ओबीसी मोर्चा के प्रभारी केयूर चपतवाला से बात की। वांकवाला के भाई ने इस बात की पुष्टि की कि तस्वीर में उनकी बहन, उत्पल वंकवाला के साथ उनकी शादी पर क्लिक की गयी थी, जो तस्वीर में भी देखे जा सकते हैं।
जी नहीं, यह तस्वीर अयोध्या में निर्मित दिव्य चौराहे की नहीं है
स्वाति चतुर्वेदी ने अपने सत्यापित हैंडल से तस्वीर ट्वीट की, उसे जल्द ही डिलीट कर दिया। आप नीचे स्क्रीनशॉट देख सकते हैं:
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने चतुर्वेदी को इशारा करते हुए कहा कि यह पीएम मोदी की शादी की तस्वीर नहीं है।
यह तस्वीर पहले भी 2014 के बाद से फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल हो चुकी है।
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
दो साल पुराने वीडियो का हिस्सा लव जिहाद के फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल
फ़ैक्ट चेक
ट्विटर पर एक कीवर्ड के साथ सर्च करने पर हमें 2014 का एक ट्वीट मिला, जिसमें एबीवीपी के राष्ट्रीय संगठन सचिव आशीष चौहान ने उस दावे को फ़र्ज़ी करार दिया और दावा कि वह महिला वंदना चपतवाला है, जो गुजरात के पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा नेता हेमंत चपतवाला की बेटी थी।
चौहान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा का जिक्र कर रहे थे, जहां उन्होंने 2014 से उसी फ़र्ज़ी दावे को शेयर किया था।
इससे हिंट लेते हुए हमने फ़ेसबुक पर सर्च किया तो वर्तमान में सूरत में भाजपा के दक्षिण गुजरात ओबीसी मोर्चा विंग का कार्यभार संभाल रहे केयूर हेमंत चपतवाला का 2014 का पोस्ट मिला, जिसमें उन्होंने दावे को ख़ारिज करते हुए उस महिला की पहचान अपनी बहन अल्पा के रूप में की और कहा कि यह तस्वीर 1994 में उसकी शादी की है।
अप्रैल 2014 के अपने फ़ेसबुक पोस्ट में चपतवाला ने तस्वीर के साथ स्पष्ट किया कि "मोदीजी की दुर्लभ तस्वीर 1994 में मेरी बहन अल्पा की शादी में भाग लेने के दौरान की है। 1994 में श्री नरेंद्र मोदीजी के बारे में सोशल मीडिया में ग़लत संदेश और अफ़वाहें फ़ैलाने के कारण तस्वीर स्पष्ट करने की जरूरत थी।"
हमने फिर चपतवाला से संपर्क किया, जिन्होंने फ़र्ज़ी दावे को ख़ारिज कर दिया और कहा कि तस्वीर 1994 की है, उनकी बहन अल्पा वांकवाला (अब चपतवाला) की शादी के दौरान, जिसमें पीएम मोदी ने भाग लिया था।
"यह तस्वीर 14 जुलाई 1994 को मेरी बहन की शादी की है। यह तस्वीर उनकी बहन और बहनोई उत्पलभाई वंकवाला की शादी के दिन ली गयी थी," चपतवाला ने बताया. उन्होंने तस्वीर में दिख रहे लोगों की पहचान भी की।
बाएं से– फ़कीरभाई चौहान, नरेंद्र मोदी, अल्पाबेन चपतवाला (दुल्हन), भास्कर राव दामले, आरएसएस प्रांत प्रचारक, उत्पलभाई वांकवाला (दूल्हा) और काशीराम राणा (दिवंगत केंद्रीय मंत्री)।
चपतवाला ने उसी शादी से बूम के साथ अन्य तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें पीएम मोदी को पोज देते हुए देखा जा सकता है।
चपतवाला ने सोशल मीडिया पर चल रहे फ़र्ज़ी दावों को ख़ारिज करते हुए बूम को एक वीडियो भी भेजा।
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