हरियाणा के फरीदाबाद में 2019 लोकसभा के लोकसभा चुनाव में एक पोलिंग एजेंट को अवैध रूप से मतदान करते दिखाती वीडियो क्लिप फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल हो रही है। वीडियो को बिहार से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। पिछले हफ़्ते संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में वीडियो वायरल है।
वीडियो में एक मतदान एजेंट को तीन बार वोटिंग कम्पार्टमेंट में घूमते हुए दिखाया गया है और तीन महिला मतदाताओं की ओर से मतदान करता है जब वे अपने वोट डालने के लिए आती हैं।
यह क्लिप एक नैरेटिव के साथ घूम रही है जिसमें कहा गया है कि कैसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पोलिंग एजेंट ने बिहार में चुनावी प्रक्रिया को हानि पहुंचाने की कोशिश की।
हवा साफ़ है या ख़राब बताने वाला एयर क्वालिटी इंडेक्स आख़िर है क्या?
कांग्रेस नेता अल्का लाम्बा ने आरजेडी के ट्वीट, जिसमें वीडियो क्लिप शेयर की गयी है, को रिट्वीट करते हुए लिखा कि "12 वोटों से हार कुछ यूँ भी होती है....खुला खेल फिर भी कोई चुनौती नहीं.. @ECISVEEP क्या इन बूथों पर दुबारा होगी वोटिंग? या फिर @PMOIndia से जो आदेश होगा बस उसी का पालन होगा, चाहे लोकतंत्र की हत्या ही क्यों ना हो रही हो?"
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
फ़ेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा कि "भाजपा के मतदान अधिकारी... बिहार में अशिक्षित मुस्लिम महिलाओं के मतदान से पहले बटन दबाते हुए।"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें। अन्य पोस्ट यहां और यहां देखें।
बूम को सत्यापन के लिए अपनी हेल्पलाइन में भी ऐसा ही वीडियो प्राप्त हुआ।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव ने 12 नवंबर को मतगणना में छेड़छाड़ का दावा किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कई डाक मतपत्रों को अवैध घोषित कर दिया गया था। चुनाव आयोग ने हालांकि कहा कि रिकॉर्ड्स में बिहार के हिलसा में केवल एक विधानसभा क्षेत्र दिखाया गया है, जहां जीत का अंतर अवैध डाक मतपत्रों की संख्या से कम था। एक निर्वाचन क्षेत्र में वोटों की गिनती दुबारा शुरू की गयी थी।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के नेतृत्व वाले नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह संपन्न हुए चुनावों में 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत हासिल किया। नीतीश कुमार को बीजेपी के 74 सीटों का समर्थन हासिल है। इस बीच तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी राजद अकेली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो के कीफ़्रेम को रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो एनडीटीवी की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें बुलेटिन में यही वीडियो थी। रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो 2019 के लोकसभा चुनावों का है, जहां एक पोलिंग एजेंट को गैरक़ानूनी तरीके से वोट डालते हुए वीडियो में पकड़ा गया था। घटना फरीदाबाद लोकसभा सीट के पृथला में असौटी में हुई। बुलेटिन के एक हिस्से में कहा गया है कि मतदाताओं और बूथ कैप्चरिंग को प्रभावित करने की कोशिश के लिए पोलिंग एजेंट को गिरफ़्तार किया गया था।
क्विंट की एक रिपोर्ट के अनुसार एक भाजपा पोलिंग एजेंट पर मतदाताओं को कमल का निशान दबाकर भाजपा को चुनने के निर्देश देने का आरोप लगाया गया था। उसकी पहचान गिरिराज सिंह के रूप में हुई थी और उसे 12 मई को गिरफ़्तार किया गया था।
फरीदाबाद में जिला निर्वाचन कार्यालय ने भी ट्वीट किया जिसके बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरियाणा ने उन्हें ज़रूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
चुनाव आयोग ने 19 मई को बूथ पर पुनर्मतदान का आदेश दिया था।
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