करीब चार साल पुराना एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मोटर बाइक की एक रैली फ़िल्माई गयी है | इस वीडियो में लोग बहुजन समाज पार्टी के झंडे लेकर निकल रहे हैं | दावा किया जा रहा है कि यह हाल में बिहार चुनाव के पहले निकाली गयी रैली है | यह दावा फ़र्ज़ी है |
बूम ने पाया कि यह चार साल पुराना वीडियो है | इसे झांसी में फ़िल्माया गया था | हालांकि रैली बहुजन समाज पार्टी की ही है पर ये उत्तर प्रदेश में निकाली गयी एक रैली है और इसका हालिया बिहार चुनावों से कोई सरोकार नहीं है |
बिहार में विधान सभा चुनाव शुरू हैं | पहला चरण ख़त्म हो चूका है जिसके अंतर्गत 71 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग हो चुकी है | यहां और यहां पढ़ें |
बिहार चुनाव: मोदी की साल भर पुरानी पटना रैली की तस्वीर अब वायरल
इस वीडियो के साथ वायरल हो रहे दावे में लिखा है: "रैली नही ये रेला है, बसपाइयो का मेला है। बिहार चुनाव के लिए बसपा को बड़ी तादात में जनसमर्थन मिल रहा है। #बिहार_मांगे_बसपा_शासन..बीएसपी जिंदाबाद..."
ऐसी ही कुछ पोस्ट्स नीचे देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां देखें |
यही वीडियो ट्विटर पर भी वायरल है |
नहीं, जनसैलाब दिखाती यह तस्वीर योगी आदित्यनाथ की रैली की नहीं है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने इस वीडियो को करीब से देखा तो एक फ़्रेम में हमें झांसी और साल 2016 नज़र आया | इस फ़्रेम का स्क्रीनशॉट नीचे देखें |
इसके बाद हमनें इस फ़्रेम से संकेत लेते हुए यूट्यूब पर वीडियो खोजा | हमें "jhansi 2016 video bike rally" कीवर्ड्स के साथ गूगल पर खोज करने पर यही वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला | इस वीडियो को 30 दिसंबर, 2016 को अपलोड किया गया था | इस वीडियो की क्वालिटी वायरल वीडियो से बेहतर थी | इसमें कई अन्य दृश्य भी सामान दिखे और पुष्टि हुई की शहर झांसी ही है |
इसके बाद हमनें इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक़ उम्मीदवार सीताराम कुशवाहा के बारे में खोज की | हमनें पाया कि वास्तव में सीताराम कुशवाहा झाँसी शहर से 2012 और 2017 में चुनाव लड़ चुके हैं |
हमनें वायरल वीडियो और यूट्यूब पर चार साल पहले अपलोड किये गए वीडियो की तुलना भी की और पाया कि दोनों समान वीडियो हैं |
दुर्गा पूजा पर द वायर के लेख का स्क्रीनशॉट भ्रामक दावे के साथ वायरल