HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
बिहार चुनाव 2025No Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
बिहार चुनाव 2025No Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

सिंधु जल संधि रोकने पर पाकिस्तान के दावे से दिल्ली का वीडियो वायरल

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो दिल्ली में जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा आयोजित संविधान बचाओ सम्मेलन से जुड़ा है.

By -  Jagriti Trisha |

5 May 2025 5:40 PM IST

सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह पाकिस्तान का दृश्य है, जहां भारत द्वारा सिंधु जल समझौते को स्थगित करने के बाद लोग सड़कों पर उतर आए हैं.

बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वीडियो नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी स्टेडियम का है, जहां नवंबर 2024 में जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा संविधान बचाओ सम्मेलन का आयोजन किया गया था.

पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. इसी के मद्देनजर यह वीडियो वायरल हो रहा है.

वीडियो के पहले हिस्से में एक सड़क पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ दिख रही है. वही वीडियो के दूसरे हिस्से में एक इनडोर स्टेडियम में हजारों की संख्या में लोग जुटे हुए हैं. इस हिस्से में बैकग्राउंड में एक आवाज भी सुनी जा सकती है, जिसमें एक शख्स कहता है, "अपना फैसला वापस लीजिए जनाब-ए-जज, वरना ये मुल्क जाएगा अंधेर की तरफ."

इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर किया जिसपर लिखा था, 'पाकिस्तान का पानी बंद करने के बाद के हालात.'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

फैक्ट चेक: वीडियो भारत का है

वायरल वीडियो को गौर से देखने पर हमने पाया कि इसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद का झंडा नजर आ रहा है. साथ ही वीडियो में स्क्रीन पर इसके अध्यक्ष अरशद मदनी भी बोलते नजर आ रहे हैं. जमीयत उलेमा-ए-हिंद भारत के मुख्य इस्लामिक संगठनों में से एक है. इससे साफ था कि वीडियो पाकिस्तान का नहीं है.

आगे रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते नवंबर 2024 में शेयर किए गए कई पोस्ट मिले. यहांयहां और यहां देखा जा सकता है. इससे पता चलता है कि वीडियो पहलगाम हमले से पहले का है और इसका हालिया परिदृश्यों से कोई संबंध नहीं है.

एक इंस्टाग्राम पोस्ट के कैप्शन में इसे दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी स्टेडियम का बताया गया.



यहां से हिंट लेकर हमने जमीयत उलेमा-ए-हिंद और इंदिरा गांधी स्टेडियम से संबंधित कीवर्ड सर्च किए. इसके जरिए हमें Ind ToDay और Express News Bharat के यूट्यूब चैनल पर 3 नवंबर 2024 को अपलोड हुई इस कार्यक्रम की लाइव फीड मिली.

Full View


एबीपी और आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, 3 नवंबर 2024 को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने 'संविधान बचाओ सम्मेलन' का आयोजन किया था. इसकी अध्यक्षता करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने वक्फ विधेयक सहित मुस्लिम समुदाय से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बात की थी. 

पंजाब केसरी के यूट्यूब चैनल पर भी इससे संबंधित एक वीडियो के साथ बताया गया कि इंदिरा गांधी स्टेडियम में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ मुस्लिमों ने शक्ति प्रदर्शन किया. तब वक्फ बिल को संसद में पेश किया जा चुका था.

हमारी पड़ताल में साफ है कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा आयोजित 'संविधान बचाओ सम्मेलन' के वीडियो को गलत तरीके से पाकिस्तान का बताया जा रहा है.

Tags:

Related Stories