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फ़ैक्ट चेक

बम धमाके में घायल सीरियन बच्चे की पुरानी तस्वीर दिल्ली दंगो से जोड़ कर वायरल हुई

दो वर्ष पुरानी इस घायल बच्चे की तस्वीर को ये कह कर वायरल किया गया है की दिल्ली में दंगाइयों ने स्कूल से घर लौटते एक बच्चे पर हमला बोल दिया

By - SK Badiruddin | 4 March 2020 1:44 PM GMT

सीरिया में बम धमाके में घायल एक बच्चे की तस्वीर को हाल ही में दिल्ली में हुए दंगों से जोड़ कर वायरल किया जा रहा है | फ़ेसबुक पर कई बार शेयर किये जा चुके इस पोस्ट में एक लहूलुहान बच्चे की तस्वीर के साथ ये मैसेज है 'देश ये दर्द नहीं भूलेगा ! स्कूल से घर आते बच्चे को भी दंगाइयों ने नहीं छोड़ा ! अब तक एक बच्चे की जान लेने तक की खबर देश के सामने आयी है ! दिल्ली दंगे की सोशल मीडिया पर आई हुई ये दर्दनाक तस्वीर ! क्या कसूर था इस बच्चे का ? देश ये दर्द नहीं भूलेगा !' बूम ने पता लगाया की तस्वीर दो साल पुरानी है और इसका हाल ही में हुए दिल्ली दंगों से कोई सरोकार नहीं है | 

ये तस्वीर फ़ेसबुक और ट्विटर पर काफ़ी वायरल है | सारे पोस्ट्स के साथ लगभग एक जैसे मैसेज शेयर किये गए हैं | वायरल पोस्ट यहाँ देखें तथा इसके आर्काइव्ड वर्शन को देखने के लिए यहां क्लिक करें |



आपको बताते चले की हाल ही में उत्तर पूर्व दिल्ली के कुछ हिस्से दंगों की चपेट में आएं थे | नागरिकता संशोधन कानून के विरोध और समर्थन करने वाले गुटों के बीच हुई मारपीट ने फ़रवरी 22 के बाद दंगो का रूप ले लिया था और सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक इन दंगो में 46 लोगो की जान जा चुकी है |

ये भी पढ़ें दंगा पीड़ितों को राहत राशि देने का वीडियो शाहीन बाग़ को निशाना बनाते हुए वायरल हुआ


फ़ैक्ट चेक

बूम ने रिवर्स इमेज सर्च के सहारे पता लगाया की ये तस्वीर दरअसल दो साल पुरानी है | हमें वर्ष 2018 से कई रिपोर्ट्स मिलें जिनमें ये तस्वीर देखी जा सकती है |




तस्वीर फ़रवरी 21, 2018 को पूर्वी घौटा प्रान्त में हुए बमबारी के बाद खींची गयी है | यही तस्वीर हमें गेट्टी इमेजेज़ के वेबसाइट पर भी मिली जहां इसके साथ एक कैप्शन है: खून में सराबोर एक ज़ख़्मी सीरियन बच्चा उपचार के इंतज़ार में कफ्र बाटना, पूर्वी घौटा प्रान्त, में एक टेम्पररी हॉस्पिटल के बाहर बैठा हुआ | स्यिरिअन सरकार ने यहां फ़रवरी 21, 2018 को भारी बमबारी की थी | ऐ.ऍफ़.पी फ़ोटो अमेर अलमोहिबानी (फ़ोटो क्रेडिट ऐसे पढ़ें अमेर अलमोहिबानी/ऐ.ऍफ़.पी वाया गेट्टी इमेजेज़)

इस तस्वीर को आप गेट्टी की वेबसाइट पर यहाँ देख सकते हैं |

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एक्सप्रेस, यु.के., में छपी एक रिपोर्ट में भी ये तस्वीर नज़र आती है | बाईस फरवरी 2018 को प्रकाशित इस रिपोर्ट में सीरियन सरकार द्वारा पूर्वी घौटा में हुए बमबारी में घायल लोगो के बारे में बताया गया है |

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