क्या 'आप' ने केवल मुस्लिम दंगा पीड़ितों के लिए मुआवज़े की घोषणा की?
बूम ने पाया की दैनिक जागरण में 29 फ़रवरी, 2020 को प्रकाशित यह विज्ञापन फ़ोटोशोप कर वायरल किया गया था
आम आदमी पार्टी द्वारा एक घोषणा की ख़बर जो हिंदी अखबार दैनिक जागरण में प्रकाशित हुई थी, फ़र्ज़ी तरह से फ़ोटोशॉप कर वायरल की जा रही है| यह ख़बर दंगा प्रभावित छेत्रों में पीड़ितों को सहायता राशि देने के बारे में थी|
यह तस्वीर को चालाकी से फ़ोटोशॉप कर उसमें "मुस्लिम" शब्द अलग से जोड़ा है जो फ़र्ज़ी दावा करता है की पार्टी केवल मुस्लिम पीड़ितों के नुक्सान की भरपाई करेगी| यह ग़लत है|
बूम ने वास्तविक इ-अख़बार खोजा और पाया की वास्तविकता में भरपाई सेवा किसी धर्म विशेष के लिए नहीं है और न ही अख़बार में "मुस्लिम" लिखा हुआ था|
विज्ञापन में हिंदी में केवल, "दंगा पीड़ितों की मदद हेतु" लिखा था| इसमें किसी धर्म की व्याख्या नहीं थी|
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हाल में, आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधि और दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दंगे में प्रभावित लोगो और परिवारों के लिए वित्तीय राहत की घोषणा की| दिल्ली में 22 फ़रवरी 2020 से झगड़े शुरू हुए जो 23 फ़रवरी तक दंगों में तब्दील होगये थे| यह दंगे पूर्वोत्तर दिल्ली में हुए जिसमें अब तक करीब 45 लोगों की जान जा चुकी है और 200 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं|
अब हटाई जा चुकी पोस्ट का स्क्रीनशॉट नीचे देखें और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देखें| यह पोस्ट डिलीट होने से पहले तक करीब 1,200 बार शेयर की जा चुकी थी|
यह फ़र्ज़ी ख़बर व्हाट्सएप्प पर भी वायरल है|
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने इस पोस्ट के कमैंट्स सेक्शन में पाया की कई फेसबुक यूज़र इस दावे को ग़लत बता रहे थे की यह राहत मुस्लिम पक्ष को ही मिलेगी| एक यूज़र ने वास्तविक विज्ञापन का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया था|
हमनें 29 फ़रवरी 2020 को प्रकाशित दैनिक जागरण का इ-पेपर पाया जिसमें यह विज्ञापन प्रकाशित था| नीचे उसी वास्तविक पेज का स्क्रीनशॉट देख सकते हैं| इसमें कहीं भी मुस्लिम शब्द नहीं है|
आप इस पेज का पीडीऍफ़ वर्शन यहाँ डाउनलोड कर सकते हैं|
इसके अलावा हमनें और न्यूज़ रिपोर्ट्स ढूंढ़ने की कोशिश की जहाँ इस सहायता के बारे में बताया गया हो| हम अरविन्द केजरीवाल द्वारा की गयी एक प्रेस कांफ्रेंस तक पहुंचे जो उन्होंने दंगों की स्थिति को देखते हुए प्रभावित इलाकों के अपने दौरे के बारे की थी| केजरीवाल कहीं भी किसी धर्म विशेष के बारे में बात करते नज़र नहीं आते हैं| ना ही उन्होंने कही यह कहा की केवल मुस्लिम धर्म के पीड़ित ही सहायता ले सकते हैं| प्रेस कांफ्रेंस नीचे देखें|
इस मुआवज़ा सेवा के बारे में ज़्यादा पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें|
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