सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों का एक कोलाज तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक तस्वीर ज़ी न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ, सुधीर चौधरी की है जबकि दूसरी तस्वीर में एक ऑफिस का दृश्य दिखाया गया है| दूसरी तस्वीर किसी जगह हुई तोड़-फोड़ की प्रतीत होती है। इन तस्वीरों के साथ सोशल मीडिया पर झूठा दावा किया जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजों के बाद चौधरी द्वारा की गयी टिप्पणी से नाराज़ लोगों ने ज़ी न्यूज़ के ऑफिस पर हमला किया है।
इस तस्वीर के साथ दिए गए कैप्शन में लिखा है, "ज़ी न्यूज़ के दफ्तर में तोड़फोड़, तिहाड़ी घायल, लाफे जड़े गए।"
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बूम ने पाया कि तस्वीरें पुरानी है और ज़ी न्यूज़ के ऑफिस पर हाल में कोई हमला नहीं हुआ है।
फेसबुक के कई पेजों में इसी तरह के दावे किए गए हैं। फेसबुक पर एक वायरल दावे में कहा गया है, "दिल्ली के लोगों को मुफ्तखोर और गद्दार कहने पर भड़की जनता ने ज़ी न्यूज़ के ऑफिस पर किया हमला। ये सुना है सही है क्या?"
दिल्ली में हुए मतदान के एक दिन बाद शेयर किए गए पोस्ट में दावा किया गया है कि उत्तेजित लोगों की भीड़ ने ज़ी न्यूज़ के ऑफिस में तोड़फोड़ की और मीडिया हाउस के एडिटर-इन-चीफ, सुधीर चौधरी पर हमला किया।
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चौधरी ने अपने प्राइम टाइम शो डीएनए में एग्जिट पोल पर बात की थी| दिल्ली में आम आदमी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के अनुमान के बाद दिल्ली के मतदाताओं को जमकर लताड़ा था। चौधरी ने 9 फरवरी, 2020 को दिल्ली के मतदाताओं को मुफ़्तखोर करार दिया था| यह भी जताया था की लोगों ने आम आदमी पार्टी द्वारा वादा किए गए मुफ़्त मिलने वाली चीजों के पक्ष में मतदान किया था।
फ़ैक्ट चेक
बूम ने दो तस्वीरों पर अलग-अलग रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि दावे असंबंधित थे।
तस्वीर 1
रिवर्स इमेज सर्च के माध्यम से हम जुलाई 2019 में प्रकाशित एक तस्वीर तक पहुंचे जिसमें चौधरी की नाक पर चोट को देखा जा सकता है। 3 जुलाई, 2019 के एक यूट्यूब वीडियो में दावा किया गया है कि मुंबई की यात्रा के दौरान चौधरी एक दुर्घटना के शिकार हो गए थे|
बूम को चौधरी के फेसबुक पेज पर शेयर किया गया एक वीडियो भी मिला, जहां उन्होंने अपनी चोट के बारे में बात की है।
तस्वीर 2
दूसरी तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च के जरिए हम एक रिपोर्ट तक पहुंचे जो दो साल पहले मुंबईलाइव में प्रकाशित हुई थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना मुंबई में हुई थी, जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के सदस्यों ने मुंबई कांग्रेस के ऑफिस में तोड़फोड़ की थी। इस घटना के बाद एमएनएस नेता संदीप देशपांडे को गिरफ़्तार किया गया था।
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यही तस्वीर द ट्रिब्यून द्वारा 1 दिसंबर, 2017 को प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट में शामिल की गई थी। ट्रिब्यून की रिपोर्ट ने तस्वीर का श्रेय एएनआई को दिया था।
#Mumbai: Unidentified persons vandalized Mumbai Congress office at CST, more details awaited pic.twitter.com/hqfUDYyBXZ
— ANI (@ANI) December 1, 2017