सोशल मीडिया पर दिल्ली में हुए दंगे से संबंधित एक और झूठी अफ़वाह फैलाई जा रही है। एक सन्देश फैलाते हुए दावा किया जा रहा है कि हाल ही में दिल्ली के पूर्वोत्तर इलाके में आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन (अब निलंबित) के घर में एक लड़की के साथ बालात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई है।
यह भी दावा किया जा रहा है कि लड़की की पहचान कर ली गई है। हालांकि, बूम ने जांच में पाया है कि यह दावे ग़लत हैं।
वायरल पोस्ट में लड़की की तस्वीर के साथ एक मैसेज है जिसमें लिखा गया है, "ताहिर हुसैन के आतंक की फैक्ट्री घर से जिस लड़की के कपड़े बरामद हुवे थे और उसकी नाले में लाश मिली थी, उसकी पहचान हो चुकी है। 13 साल की ज्योति पाटीदार है। हिंदुओ के घरों पर हमले के बाद, इस लड़की को शांतिदूतो द्वारा ताहिर के घर के अंदर घसीट कर लाया गया, 40-50 शांतिदुतों ने रेप किया और #मारकर_लाश_नाले_में_फेंक_दी।"
जैसा कि फ़र्ज़ी पोस्ट में एक नाबालिग शामिल है, बूम ने अपने पेज पर स्क्रीनशॉट शेयर नहीं करने का फैसला किया है। आप वायरल पोस्ट यहाँ और इसका अर्काइव वर्शन यहाँ और यहाँ देख सकते हैं।
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यहाँ हम बता दें कि ताहिर हुसैन को दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में हाल ही में हुए दंगों के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के आरोप में बुक किया है। शर्मा का शव 26 फ़रवरी को हुसैन के घर के पास एक नाले से निकाला गया था। यह घर 24 फ़रवरी से चर्चा में रहा है। इसकी छत से पत्थर फेंके जाने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
जब से घर ख़बरों में आया है, तब से इससे जुड़ी कोई ना कोई ग़लत और असत्यापित कहानियां सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही हैं, जिनमें से एक घर के भीतर एक किशोरी के बलात्कार और हत्या होना है।
फ़ैक्ट चेक
बूम ने लड़की की तस्वीर पर एक रिवर्स इमेज सर्च किया और 21 फ़रवरी, 2020 को हिंदी अख़बार दैनिक भास्कर में प्रकाशित एक रिपोर्ट तक पहुंचा| इसी बीच, ताहिर हुसैन का घर 24 फ़रवरी को ही ख़बरों में आया जब छत से लोगों द्वारा पत्थर और पेट्रोल बम (मोलोटोव कॉकटेल) फेंकने का वीडियो वायरल हुआ।
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रिपोर्ट के मुताबिक, बारहवीं कक्षा की छात्रा किशोरी मध्य प्रदेश के पारसुलियाकलां की मूल निवासी थी। बूम ने आगर के पुलिस अधीक्षक से भी संपर्क किया जिन्होंने कहा कि इस मामले का दिल्ली से कोई संबंध नहीं है और 20 फ़रवरी को मध्यप्रदेश के आगर जिले के पारसुलियाकलां गांव में लड़की का शव उसके घर में पाया गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच चल रही है और एक गिरफ़्तारी की गई है।
बूम मध्य प्रदेश के फेसबुक पेजों पर शेयर किए गए कई अन्य पोस्टों तक भी पहुंचा जिनमें यही तस्वीरें शामिल थी। इनमें से किसी भी पोस्ट में लड़की को दिल्ली या ताहिर हुसैन से नहीं जोड़ा गया था।
और पोस्ट्स यहां और यहां देखें।
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बूम ने 28 फ़रवरी, 2020 को यूट्यूब चैनल न्यूज़ 9 नेटवर्क पर शेयर किए गए अन्य वीडियो को भी देखा
जिनमें बताया गया था कि यह घटना मध्यप्रदेश के आगर की है।
नीचे शेयर किए गए वीडियो में महिलाओं और छात्रों को पुलिस विभाग के ख़िलाफ मामले की जांच में अपने ढुलमुल रवैये का विरोध करते हुए देखा जा सकता है। इसमें, प्रदर्शनकारियों को वही फ़ोटो पकड़ा हुआ है जो अब नकली संदर्भ के साथ वायरल हो रहा है।