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फैक्ट चेक

मध्यप्रदेश के फ़ार्मासिस्ट के मौत की खबर को झूठा सांप्रदायिक रंग देकर किया गया वायरल

बूम ने पाया की फ़ार्मासिस्ट की मृत्यु ब्रेन हैमरेज की वजह से हुई थीं ना की मुस्लिमों द्वारा किये गए हमले की वजह से, जैसा की दावा किया जा रहा है

By - Mridushi Jain | 9 April 2020 8:20 PM IST

भारत में चल रहे लॉकडाउन के दौरान कई खबरों को सांप्रदायिक रंग देकर फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल किया जा रहा है | इसी कड़ी में एक और खबर जुड़ी है जिसमें दावा किया गया है की मध्यप्रदेश की एक महिला डॉक्टर की हाल ही में तब मृत्यु हो गई जब उन पर 'जिहादियों' ने उत्तर प्रदेश के एक गाँव में हमला कर दिया |

वायरल पोस्ट में हॉस्पिटल बेड पर लेटी एक महिला नज़र आ रही हैं | उनके शरीर में कई सारी ट्यूब्स लगीं हैं और माथे पर पट्टी बंधी हुई है | इस पोस्ट के साथ एक कैप्शन है जो ये कहता है: मित्रों दुखद खबर डॉक्टर वंदना तिवारी जी कि मृत्यु हो गई | वह पिछले हफ्ते ही यूपी के एक गाँव में कोरोना टेस्ट के लिए गई थी? लेकिन जिहादीयों ने उन पर हमला करके गंभीर रूप से घायल कर दिया था ! लोगों के जीवन बचाने में जुटी एक योद्धा पिछले सात दिन से अपना जीवन बचाने के लिए मौत से लड़ रही थी पर वो हार गई!! भावपूर्ण श्रद्धाजंली |

बूम ने पता लगाया की उक्त महिला की मृत्यु ब्रेन हैमरेज से हुई है ना की किसी के हमला करने के कारण | महिला का नाम वंदना तिवारी है और वो डिस्ट्रिक्ट मेडिकल कॉलेज, शिवपुरी, मध्यप्रदेश में बतौर फ़ार्मासिस्ट काम करती थीं | तिवारी की मृत्यु मंगलवार, अप्रैल 7 को ग्वालियर के बिरला हॉस्पिटल में हुई थी |

वायरल पोस्ट नीचे देखें और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहां देखें |


Full View


ये भी पढ़ें फ़र्ज़ी: वीडियो दर्शाता है की तब्लीग़ी जमात का सदस्य आइसोलेशन वार्ड में नंगा दौड़ रहा है

यह तस्वीर कई अलग अलग कैप्शन के साथ ट्विटर और फ़ेसबुक पर काफ़ी शेयर हो रही है |

कैप्शन 1- आज डॉक्टर वंदना तिवारी की मृत्यु हो गई, वही पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश में एक महिला पुलिस जो कि कोरोना टेस्ट के लिए गयी थी और वहां उनको बुरी तरह से पीट कर घायल कर दिया, बाद में उनकी भी मृत्यु हो गई

कैप्शन 2 - आज डां वंदना तिवारी कि मृत्यु हो गई वह पिछले हफ्ते ही UP मे कोरोना टेस्ट के लिए गई थी इस्लामिक जिहादीयों ने उन पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था आज उनकी मौत हो गयी ऐसे कब तक चलेगा कितनी जाने जायेगी, ऐसे तो इन जिहादीयों के होसले और बढ़ रहे है






वायरल पोस्ट को कई लोग इंदौर में हाल ही में हुए स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम पर हुए हमले से जोड़ कर देख रहे हैं | ये हमला दो अप्रैल को तब हुआ था जब ये पांच-सदस्यी टीम इंदौर के टाट पट्टी बाखल एरिया में कोरोनावायरस स्क्रीनिंग के लिए पहुंची थीं | अधिक जानकारी के लिए ये रिपोर्ट पढ़ें | 

ये भी पढ़ें पारिवारिक त्रासदी की भीषण तस्वीरें लॉकडाउन के सन्दर्भ में वायरल

फ़ैक्ट चेक

बूम ने रिवर्स इमेज सर्च का इस्तेमाल करके इस तस्वीर से जुड़ी न्यूज़ रिपोर्ट्स निकाली |

हमें भोपाल समाचार के हवाले से पता चला की तस्वीर में दिख रही महिला दरअसल वंदना तिवारी हैं | तिवारी शिवपुरी डिस्ट्रिक्ट मेडिकल कॉलेज में एक फ़ार्मासिस्ट के तौर पर कार्यरत थीं | रिपोर्ट में आगे लिखा गया है की तिवारी को एक अप्रैल को ग्वालियर स्थित बिरला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां सात अप्रैल को उनकी मृत्यु ब्रेन हैमरेज के कारण हुई | रिपोर्ट्स के अनुसार वंदना तिवारी के कोरोना वायरस के टेस्ट्स रिजल्ट्स नेगेटिव आये थे, मतलब वो कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थीं |

रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है की वंदना तिवारी शिवपुरी हॉस्पिटल में कोविड -19 मरीज़ों की देखभाल कर रही थीं | हालांकि जब बूम ने मेडिकल कॉलेज की डीन इला गुजरिया से बात की तो उन्होंने हमें बताया की तिवारी मार्च 31 तक ड्यूटी पर थीं | "हमने उनके इलाज के बारे में ज़्यादा खबर नहीं है क्यूंकि वो ग्वालियर में भर्ती थीं | वो एक अप्रैल से ड्यूटी पर रिपोर्ट नहीं कर रही थीं," डीन ने हमें बताया |

मेडिकल कॉलेज के डीन के अनुसार वंदना मार्च 31 तक ड्यूटी पर थीं और न्यूज़ रिपोर्ट्स के अनुसार वो एक अप्रैल से हॉस्पिटल में भर्ती हुई | इस हिसाब से अगर देखा जाए तो ये दावे की वंदना उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों द्वारा किये गए हमले में घायल हुई थीं, अपने आप में झूठे साबित होते हैं |

हमने न्यूज़ रिपोर्ट्स देखीं जिससे मालूम हुआ की उत्तर प्रदेश के मुज़्ज़फरनगर में दो अप्रैल को कुछ पुलिस वालो पर लोगों ने हमला किया था | हालांकि इस हमले में किसी मेडिकल स्टाफ़ का कहीं ज़िक्र नहीं है | इन हमलों के बारे में अधिक जानकारी यहां प्राप्त करें |

इसके बाद बूम ने शिवपुरी सुपरिन्टेन्डेन्ट ऑफ़ पुलिस राजेश चंदेल से संपर्क किया | उन्होंने स्पष्ट किया की सोशल मीडिया पर किये जा रहे दावें कोरी अफ़वाह है | "वो शिवपुरी हॉस्पिटल में कार्यरत थीं | वो कोरोना पेशेंट्स की देखभाल नहीं कर रही थीं | उनकी मृत्यु ग्वालियर के बिरला हॉस्पिटल में सात अप्रैल को ब्रेन हैमरेज की वजह से हुई," एस.पी. ने बूम को बताया |

बूम को उत्तर प्रदेश पुलिस के ऑफ़िशियल फ़ैक्ट चेक हैंडल पर एक ट्वीट मिला जिसमें उन्होंने साफ़ तौर से कहा था की वंदना तिवारी के मृत्यु का उत्तर प्रदेश से कोई संबंद्ध नहीं है |



मध्यप्रदेश सरकार के जनसम्पर्क डिपार्टमेंट के ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल ने भी इस घटना के बारे में ट्वीट किया है | ट्वीट नीचे देखें |



भारत में इस महामारी के चलते अब तक करीब 5218 लोगो संक्रमित हो चुके हैं और इस खतरनाक वायरस ने देशभर में अब तक कुल 169 लोगो की जान ले ली है |

कोरोनावायरस पर बूम के लाइव अपडेट्स यहां पढ़ें |

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