कोरोना महामारी के वजह से मार्च से देशभर में स्कूल और कॉलेज बंद हैं, ऐसे में स्कूल खुलने की ख़बरों को लेकर सोशल मीडिया में अफ़वाहों का बाज़ार गर्म है । ऐसा ही एक पोस्ट इंटरनेट पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर केंद्रीय शिक्षा विभाग के हवाले से दावा किया गया है कि दो हफ़्ते में देशभर में 97 हज़ार विद्यार्थी कोरोना पॉज़िटिव हुए हैं और इसी मद्देनज़र अब स्कूल-कॉलेज अगले साल, यानि 2021 में ही खुलेंगे ।
बूम ने पाया कि यह दावा फ़र्ज़ी है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय (पहले मानव संसाधन मंत्रालय) ने स्कूल-कॉलेज खोलने संबंधित कोई नोटिफ़िकेशन जारी नहीं किया। इसके अलावा दो हफ़्ते में 97 हज़ार छात्रों के कोरोना पॉजिटिव होने का आंकड़ा भारत का नहीं, बल्कि अमेरिका का है। यहां और यहाँ पढ़ें |
फ़ेसबुक पर संजय सिंह नाम के एक शख्स ने पोस्ट करते हुए लिखा कि 'शिक्षा विभाग ने दी जानकारी 2 हप्ते में 97000 हजार से ऊपर विद्यार्थियों को कोरोना पोजेटिव होने की खबर आई सम्भवतः 2021 में स्कूल कॉलेज खोलने की। अनुमती मिल सकता है'।
नहीं, यह सुशांत की भांजी नहीं है, टीवी चैनलों का दावा गलत है
वायरल पोस्ट को विश्वसनीय बनाने के लिए उसे किसी टीवी चैनल के ब्रेकिंग न्यूज़ टेम्पलेट पर बनाया गया है | पोस्ट में ब्रेकिंग न्यूज़ शीर्षक के नीचे बड़े ही अजीब फॉर्मेट में लिखा गया है 'स्कूल व कॉलेज अब नहीं "अब नहीं खुलेंगे" 2 हफ्ते में 97 हज़ार विद्यार्थी संक्रमित' |
ब्रेकिंग न्यूज़ टेम्पलेट के ऊपर भी एक सन्देश है जो कहता है 'स्कूल व कॉलेज अब नहीं खुलेंगे | 2021 में खुल सकते हैं स्कूल व कॉलेज | बड़ी खबर | 2 हफ्ते में 97 हज़ार विद्यार्थी संक्रमित हुए | : - केंद्रीय शिक्षा विभाग ' |
इसके अलावा सुरेश सैनी नामक व्यक्ति ने भी इसी पोस्ट को शेयर किया। यूट्यूब में LTS News चैनल ने इस वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट के साथ वीडियो शेयर किया है। पूरी वीडियो यहां देखें।
बूम को यही मैसेज अपने हेल्पलाइन नंबर पर भी प्राप्त हुआ |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट का यह दावा फ़र्ज़ी है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने स्कूल-कॉलेज खोलने संबंधी कोई सर्कुलर जारी नहीं किया। नवभारत टाइम्स के एक रिपोर्ट के मुताबिक 10 अगस्त को इस मामले पर मानव संसाधन विकास संसदीय स्थायी समिति ने बैठक की। इस बैठक में अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के अलावा स्कूल खोले जाने की चर्चा भी हुई थी।
"कोरोना संक्रमण हालात के मद्देनजर स्कूल खोले जाने के लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है। स्कूल अभी बंद ही रहेंगे," नवभारत टाइम्स के रिपोर्ट में कहा गया है |
हाल ही में कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि देश में स्कूल व कॉलेज सितंबर से खुल सकते हैं। भारत सरकार की प्रेस इनफ़ार्मेशन ब्यूरो (PIB) ने वायरल खबर को फर्जी बताया है । पीआईबी फ़ैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि सरकार ने ऐसा कोई निर्णय अभी तक नहीं लिया है।
दावा: एक अखबार ने दावा किया है कि सरकार 1 सितंबर से 14 नवंबर तक चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोलने जा रही है#PIBFactCheck: ऐसा कोई निर्णय अभी तक सरकार द्वारा नहीं लिया गया है pic.twitter.com/JLcFTRhiAL
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 11, 2020
इसके अलावा बूम ने ब्रेकिंग न्यूज़ टेम्पलेट को करीब से देखा और इस पर लिखे टेक्स्ट में विसंगतियां पायी |
ब्रेकिंग न्यूज़ के नीचे शीर्षक देख कर साफ़ पता चलता है कि टेम्पलेट अलग से जोड़ा गया है | बूम ने पहले भी ऐसे कई फ़र्ज़ी न्यूज़ फ़ैक्ट चेक किये हैं जिनमे एडिटेड ग्राफ़िक्स का इस्तेमाल किया गया है |
15 जून से पूर्ण लॉकडाउन बताता ज़ी न्यूज़ का यह ग्राफ़िक फ़र्ज़ी है
फ़र्ज़ी 'आज तक' ग्राफ़िक में स्कूल कॉलेज खोलने का दावा
इसके अलावा बूम ने ये भी पाया कि दो हफ़्ते में 97 हज़ार छात्रों के कोरोना पॉजिटिव होने का आंकड़ा अमेरिका का है। अंग्रेज़ी वेबसाइट मिरर के मुताबिक अमेरिका में स्कूल व कॉलेज खुलने के बाद 16 से 30 जुलाई के बीच 97 हज़ार छात्र कोरोना पॉज़िटिव पाए गए थे। वायरल पोस्ट में इसी आंकड़े को भारत का बताकर पोस्ट किया गया है।
न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगालने पर हमें भारत में ऐसे किसी आंकड़े की कोई खबर नहीं मिली |