मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल द्वारा एक तस्वीर जिसमें एक होर्डिंग पर 'अडानी एयरपोर्ट्स'(Adani Airports) लिखा देखा जा सकता है, फ़र्ज़ी दावों के साथ पोस्ट की गयी है | दावा किया गया है कि अहमदाबाद (Ahmedabad) के सरदार वल्लभभाई पटेल हवाईअड्डे (Sardar Vallabhbhai Patel Airport) का नाम बदल कर अडानी हवाईअड्डा कर दिया गया है |
हालांकि बूम ने पाया कि नवंबर 2020 में अडानी ग्रुप ने अहमदाबाद हवाई अड्डे की देखभाल का ज़िम्मा जरूर लिया है परन्तु एयरपोर्ट का नाम नहीं बदला गया है | नाम अब भी सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट ही है |
बूम ने वायरल तस्वीर के पीछे की ओर लिखे एयरपोर्ट के नाम को स्वतंत्र रूप से सत्यापित किया और पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है |
क्या यह तस्वीर पीएम मोदी और जशोदाबेन की शादी की है?
वायरल फ़ोटो में, हम एक होर्डिंग देख सकते हैं जिसमें लिखा है, 'अहमदाबाद में आपका स्वागत है' और अडानी ग्रुप (Adani Group) के लोगो में देखा जा सकता है कि 'अडानी एयरपोर्ट्स' लिखा है। यह तस्वीर तब वायरल है जब पंजाब और हरियाणा के किसान केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध (Kisan Andolan) कर रहे हैं | उनका मानना है कि इन कानूनों से केवल अडानी और अम्बानी परिवार को फ़ायदा होगा |
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने यह तस्वीर 13 दिसंबर 2020 को ट्वीट की और लिखा, "अहमदाबाद एयरपोर्ट का नाम— सरदार वल्लभभाई पटेल से अडानी एयरपोर्ट हुआ..! "जब तक मोदी सरकार आपकी किडनी नहीं बेच देती, मुँह पर मास्क लगाकर रखें""
गुजरात से कांग्रेस विधायक अमित चावड़ा ने भी इस तस्वीर को ट्वीट किया और दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल का नाम हवाईअड्डे से हटा दिया है |
यह दावा फ़ेसबुक पर भी ज़ोरों से वायरल हो रहा है |
अडानी-विलमार विज्ञापन के साथ ट्रेन का वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट का नाम नहीं बदला गया है | यह एयरपोर्ट 7 नवंबर 2020 को एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (AAI) द्वारा अडानी ग्रुप को देखभाल के लिए हैंडओवर किया गया है | जैसा दावा किया जा रहा है कि नाम बदल दिया गया है, ऐसा नहीं है |
अडानी ग्रुप ने सिविल एविएशन में अपने कारोबार की शुरुआत एयरपोर्ट डेवलपमेंट और देख रेख बिज़नेस से की | केंद्र सरकार ने अब तक छः हवाईअड्डों को लीज पर दिया है जिसमें थिरुवनंतपुरम, अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, मंगलुरु, और गुवाहाटी हैं | यह पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के अंतर्गत पिछले साल अडानी ग्रुप को दिए गए हैं |
बूम ने एयरपोर्ट की तस्वीरें ली और पाया कि हवाईअड्डे के बाहर जाते वक़्त 'वेलकम टु अहमदाबाद' एवं 'अडानी एयरपोर्ट्स' होर्डिंग पर नज़र आता है | यात्री जब एयरपोर्ट प्रांगण में प्रवेश कर रहा होता है तब इसी होर्डिंग का पीछे वाला हिस्सा नज़र आता है | पीछे की ओर 'वेलकम टु सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट' लिखा है |
एयरपोर्ट का नाम अडानी एयरपोर्ट नहीं किया गया है एवं वास्तविक नाम यानी सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट के साथ साथ अडानी एयरपोर्ट्स के लोगो भी कई जगहों पर हैं, इस बात की पुष्टि बूम ने स्वतंत्र रूप से की है |
नीचे कुछ तस्वीरें है जो 18 दिसंबर 2020 को ली गयी हैं | इनपर साफ़ दिख रहा है कि हवाईअड्डे के नाम में कोई परिवर्तन नहीं है |
पहली तस्वीर में वायरल तस्वीर की ही तरह, 'वेलकम टु अहमदाबाद' और 'अडानी एयरपोर्ट्स' देखा जा सकता है |
हालांकि इसी बोर्ड के दूसरी तरफ - पीछे की तरफ़ - "वेलकम टु सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट" लिखा है जो नीचे दी गयी तस्वीर में देखा जा सकता है |
हमनें एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर अहमदाबाद का आधिकारिक नाम देखा और पाया कि वह अब भी 'सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट' है |
बूम ने पाया कि एयरपोर्ट का आधिकारिक नाम पर कई जगहों पर लिखा है | इसी के साथ ब्रांडिंग भी कई जगहों पर देखी जा सकती है |