जगदीप धनखड़ का "किसान का बेटा हूं, किसी से नहीं डरता" वाला बयान उनके इस्तीफा देने से पहले का बताकर शेयर किया जा रहा है.
बूम ने जांच में पाया कि वीडियो अप्रैल 2025 को राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल 2025 पर वोटिंग को लेकर चली कार्यवाही के दौरान का है. तब राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की एक टिप्पणी पर जगदीप धनखड़ ने यह बयान दिया था.
गौरतलब है कि 21 जुलाई की शाम को जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके अगले दिन 22 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया. इसी संदर्भ में उनका यह वीडियो वायरल है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
फेसबुक पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘मैं किसान का बेटा हूं और किसान का बेटा किसी से नहीं डरता. ये परसों का वक्तव्य है जगदीप धनकड जी का.’ एक्स पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है.
पड़ताल में क्या मिला:
1. वीडियो 4 अप्रैल 2025 का है
वायरल वीडियो में 4 अप्रैल 2025 की तारीख और 2:37 का टाइमफ्रेम दिखाई दे रहा है. बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वीडियो से संबंधित कीवर्ड और इसी टाइम फ्रेम के संकेत से गूगल पर इसे सर्च किया. हमें एनडीटीवी के फेसबुक पेज पर 4 अप्रैल 2025 को शेयर किया गया यह वीडियो मिला.
हमने मीडिया रिपोर्ट (एनडीटीवी और एबीपी) सर्च करने पर पाया कि यह राज्यसभा में 3 अप्रैल 2025 की कार्यवाही के दौरान का वीडियो है जब वक्फ संशोधन बिल 2025 पर वोटिंग के लिए देर रात तक सदन बैठी थी.
2. खरगे के कमेंट पर धनखड़ का बयान
राज्यसभा में 3-4 अप्रैल की देर लगभग 2:30 पर वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर में फरवरी में लगाए गए राष्ट्रपति शासन पर संवैधानिक संकल्प पर चर्चा के लिए प्रस्ताव पेश किया था. इस पर मल्लिकार्जुन खरगे ने अनुरोध किया कि यह चर्चा सदन की अगली बैठक में कराई जा सकती है क्योंकि अभी काफी रात हो गई है.
इसी दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने जगदीप धनखड़ से कहा था, "आप सरकार से इतना डर गए… आपको हमारी रक्षा करनी चाहिए." जिसके जवाब में धनखड़ ने कहा था, "भारत का किसान और उसका बेटा किसी से नहीं डरता."
न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी इस वीडियो क्लिप को शेयर किया था. राज्यसभा में इस कार्यवाही के पूरे वीडियो को हिंदुस्तान टाइम्स के लाइव स्ट्रीम पर देख सकते हैं. वीडियो में 8:34:00 के टाइमफ्रेम से वायरल वीडियो वाले हिस्से को भी देखा जा सकता है. बाद में खरगे की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था.


