सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें दो आदमी बुलडोजर पर सवार होकर लोगों का अभिवादन कर रहे हैं. इनमें से एक शख्स उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह वेशभूषा धारण किए हुए है.
यूजर्स वीडियो को इस दावे से शेयर कर रहे हैं कि महाराष्ट्र में योगी आदित्यनाथ ने बुलडोजर पर सवार होकर प्रचार किया.
बूम ने पाया कि वायरल दावा गलत है. वीडियो में नजर आ रहे शख्स योगी आदित्यनाथ नहीं बल्कि स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने सीएम योगी की वेशभूषा धारण की हुई है.
गौरतलब है महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. यहां सभी 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतगणना होनी है. इसी सरगर्मी के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता योगी आदित्यनाथ ने भी बुधवार, 6 नवंबर को वहां चुनाव प्रचार किया.
फेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'महाराष्ट्र में बुलडोजर से किया CM योगी का स्वागत.'
एक्स पर एक अन्य वेरिफाइड यूजर ने लिखा, 'जलवा हो तो ऐसा... बुलडोजर तो इनके पहचान के साथ जुड़ सा गया और लोगों के भरोसे पर खरा उतरना योगी जी की पहचान है. @myogiadityanath'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वीडियो में सीएम योगी आदित्यनाथ नहीं हैं
पड़ताल के दौरान हमें एक्स पर कुछ ऐसे पोस्ट मिले, जिनमें यूजर्स ने वीडियो में दिख रहे शख्स की पहचान योगी आदित्यनाथ के एक प्रशंसक के रूप में की थी.
आगे हमने गूगल लेंस की मदद से वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए हमें यूसीएन न्यूज और लोकसत्ता की न्यूज रिपोर्ट मिली.
यूसीएन न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया कि महराष्ट्र के अकोला स्थित मूर्तिजापुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक सभा आयोजित की गई थी. सभा के बाद बीजेपी उम्मीदवार विधायक हरीश पिंपले योगी की वेशभूषा वाले एक कार्यकर्ता के साथ जेसीबी पर चढ़कर स्टंट करते नजर आए.
लोकसत्ता की खबर के मुताबिक, बीते 6 नवंबर को मुर्तिजापुर में सभा के बाद उम्मीदवार हरीश पिंपले ने योगी आदित्यनाथ की पोशाक पहने एक भाजपा कार्यकर्ता के साथ जेसीबी पर सवार होकर रैली निकाली.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि योगी की वेशभूषा धारण करने वाला शख्स मुर्तिजापुर के तेलीपुरा निवासी बीजेपी कार्यकर्ता संतोष धुले था.
एबीपी माझा के यूट्यूब चैनल पर भी इससे संबंधित एक वीडियो देखा जा सकता है. इसके साथ भी बताया गया कि अकोला में भाजपा प्रत्याशी ने डुप्लीकेट योगी के साथ प्रचार किया. इसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि ये शख्स योगी आदित्याथ नहीं है.